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तू कंप्यूटर युग की छोरी, मन की काली तन की गोरी !
किंतु तुम्हें मैं अपनी बाहों का, गलहार नहीं दे पाऊंगा !
तू माफ करो मुझको देवी ,मैं प्यार नहीं दे पाऊंगा !!
तुम फैशन टीवी की चैनल , मैं संस्कार का चैनल हूं !
तुम मिनरल वाटर की बोतल, मैं गंगा का पावन जल हूं !!
तुम लक्सरी कार में चलती हो, मैं पाव पाव चलने वाला !
तुम हाय हेलो में पली बढ़ी , मैं दीपक सा जलने वाला !!
वो चमक दमक वाला तुमको, संसार नहीं दे पाऊंगा !
तू माफ करो मुझको देवी, मैं प्यार नहीं दे पाऊंगा !!
तुम रैंप पर देह दिखाती हो, मैं संस्कार को जीता हूं !
जब तुम्हें देखकर सिटी बजता, मैं घुट लहू का पीता हूं !!
तुम सदा स्वप्न में जीती हो, मैं यथार्थ में जीने वाला !
तुम बियर व्हिस्की पीती हो, मैं हूं मट्ठा पीने वाला !!
तुम्हें फास्ट फूड भी मैं हर बार नहीं दे पाऊंगा !
तू माफ करो मुझको देवी,मैं प्यार नहीं दे पाऊंगा !!
तुम क्लॉक अलार्म सी नजरों में, मैं कॉक वार्न से जगता हूं !
तुम डिस्को की धुन पर नाचो, मैं राम नाम ही जपता हूं !!
तुम डैडी को अब डैड कहो, मम्मी को मॉम बताती हो !
तुम करवा चौथ भूल बैठी, डे वेलेंटाइन मनाती हो !!
मैं तुम्हें तुम्हारे सपनों का, त्यौहार नहीं दे पाऊंगा !
तू माफ करो मुझको देवी मैं प्यार नहीं दे पाऊंगा !!
तुम पॉप म्यूजिक सुनने वाली, मैं बंसी की धुन की धुनिया !
मैं लैपटॉप भी ना रखता , तुम इंटरनेटी की दुनिया !!
तुम मोबाइल की मैसेज सी, मैं पोस्टकार्ड लिखने वाला !
तुम टेडी बीयर सी लगती, मैं गुब्बारे सा उड़ने वाला !!
मैं भौतिकवादी सुख साधन का , संसार नहीं दे पाऊंगा !
तू माफ करो मुझको देवी मैं प्यार नहीं दे पाऊंगा !!
साभार फेसबुक से संकलित