रतलाम. देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज रतलाम के बंजली मैदान में एक चुनावी सभा को संबोधित किया. उन्होने कहा कि एमपी के मन में मोदी है, मोदी के मन में एमपी है. जो लोग दिल्ली में बैठकर गुणा-भाग करते है उनका हिसाब-किताब बदल जाएगा.
आमसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा कि 3 दिसंबर को जब भाजपा सरकार की वापसी का जश्न मनाया जाएगा तो लड्डू के साथ रतलामी सेव भी खाया जाएगा. श्री मोदी ने कहा कि विकास का ठोस रोडमैप कांग्रेस को पता नहीं. कांग्रेस के नेताओं के डायलॉग, घोषणाएं फिल्मी हैं. जब किरदार फिल्मी हैं तो सीन भी फिल्मी होगा. एमपी का परचम लहराना कांग्रेस के बस की बात नहीं. यहां कांग्रेस के दो नेताओं के बीच कपड़े फाडऩे की कॉम्पटीशन चल रहा है, यह फिल्म का ट्रेलर है. 3 दिसंबर को यहां कांग्रेस की असली पिक्चर दिखेगी. ये अपने-अपने चेलों को बताते हैं कि एक बार मौका मिल गया तो इसके बाद ये खुद के कपड़े फाड़ेंगे ही, आपके भी फाड़ेंगे. उन्होने कहा कि राजस्थान-छत्तीसगढ़ को ही देख लीजिए, कांग्रेस मतलब राज्य में घोटाले, अपराधियों का बोलबाला, गरीबों से विश्वासघात, दलित-पिछड़ों-आदिवासियों से अत्याचार, राज्य को बीमार बनाने की गारंटी. ये सीएम की कुर्सी के लिए नहीं लड़ रहे. दोनों नेता अपने-अपने बेटों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. किसका बेटा एमपी कांग्रेस पर कब्जा करेगा, लड़ाई इसी बात की. कांग्रेस सिर्फ परिवारवाद का परचम लहरा सकती है.
शिवपुरी में अमित शाह बोले, कमलनाथ आए तो लाड़ली बहना बंद-
एमपी के शिवपुरी स्थित करैरा कृषि उपज मंडी में विशाल आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कमलनाथ आने वाले नहीं हैं. आ गए तो लाड़ली बहना बंद हो जाएगी. किसानों की योजनाएं भी बंद हो जाएंगी. कांग्रेस पार्टी 4 सी फॉर्मूला पर चलती है. सी फॉर करप्शन, सी फॉर कमीशन, सी फॉर कम्युनल दंगे और सी फॉर क्रिमनलों की पॉलिटिक्स. उन्होने कहा कि कांग्रेस ने कई सालों तक मध्यप्रदेश को अंधेरे में रखा. मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य बनाया. दूसरी तरफ भाजपा की सरकार ने 18 साल में किसान, पिछड़ा, दलित, आदिवासी, महिलाएं, युवा हर एक के लिए काम किया.
कमलनाथ जबाव दो- अमित शाह ने कहा कि मैं कमलनाथ से कहने आया हूं कि जरा भी हिम्मत है तो मेरी बातों का जवाब देना. कमलनाथ 2002 में जब मध्यप्रदेश छोड़कर गए. तब यहां सिर्फ 23 हजार करोड़ का बजट था. आज 2023 में भाजपा की 18 साल की सरकार में 3 लाख 18 हजार करोड़ रुपए का बजट विकास के लिए बना है.