अरविंद, आइजोल, 23 मई (हि.स.)। पड़ोसी देश म्यांमार में गत 01 फरवरी से सैन्य शासन के बाद से म्यांमार के 5,673 नागरिक अबतक मिजोरम में शरण लेने के लिए पहुंचे हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया है कि सीमावर्ती जिला चम्फाई में सबसे अधिक 3,170 लोग पहुंचे हैं।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक 18 सांसदों सहित 5,600 से अधिक म्यांमार के नागरिक अबतक मिजोरम में शरण लेने के लिए पहुंचे हैं। गत 01 फरवरी को सैन्य शासकों ने पड़ोसी देश में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार पर
नियंत्रण कर लिया था। उसके बाद से ही म्यांमार में सैन्य कार्रवाई से जान बचाने के लिए नागरिक भारत में प्रवेश कर रहे हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार 100 से अधिक शरणार्थी अबतक अपने देश लौट भी चुके हैं।
म्यांमार शरणार्थियों से डील करने वाले राज्य पुलिस के अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के आंकड़ों का हवाला देते हुए सूत्रों ने कहा कि कुल 5,673 म्यांमार के नागरिकों ने मिजोरम में शरण ली है। जिसमें सीमावर्ती जिला चम्फाई में सबसे अधिक 3,170 नागरिक पहुंचे हैं।
नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी) से संबंधित कम से 18 कानून निर्माता (सांसद) उन म्यांमार के नागरिकों में शामिल हैं जिन्होंने राज्य में शरण ली है। हालांकि, वास्तविक आंकड़ा इससे अधिक हो सकता है क्योंकि कुछ
शरणार्थियों की गिनती नहीं होना भी बताया गया है। अधिकारी के मुताबिक, म्यांमार के नागरिक इस समय राज्य की राजधानी आइजोल सहित नौ जिलों में शरण ले रहे हैं।
प्राप्त तथ्यों के अनुसार उन्होंने कहा, दक्षिणी लावंगतलाई जिले में 887, सिहा 633, आइजोल 419, हनथियल 313, सैतुअल 112, सर्चिप 62, लुंगलेई 41 और कोलासिब, जो असम की सीमा से सटा है, में 36 म्यांमार के नागरिक रखे गए हैं। म्यांमार के अधिकांश नागरिकों को स्थानीय गैर सरकारी संगठनों द्वारा भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है, जबकि कुछ ग्रामीणों द्वारा आश्रय मिला है।
मिजोरम के छह जिले-चम्फाई, सिहा, लावंगतलाई, सेरचिप, हनाथियल और सैतूल-म्यांमार के साथ 510 किमी लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा को साझा करते हैं।
इस बीच, कोविड-19 के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. पचुआउ लालमालस्वमा ने कहा कि म्यांमार के कुछ नागरिक कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। हालांकि, वह वास्तविक संख्या का सत्यापन नहीं कर सके हैं। अधिकारी ने बताया कि
म्यांमार की एक 61 वर्षीय महिला, जिसकी 17 मई को कोविड-19 से मौत हो गई थी, वह शरणार्थी नहीं बल्कि एक पर्यटक थी, जो अपने रिश्तेदारों को देखने आई थी।