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शिवकुमार;आज की युवा पीढ़ी में नशे की प्रवृत्ति तेजी से बढ़ती जा रही है। गुटखा, जर्दा, शराब और अन्य मादक पदार्थों का सेवन युवाओं के बीच एक आम चलन बन गया है। यह नशा ना केवल उनके शारीरिक स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है, बल्कि समाज की नींव को भी कमजोर कर रहा है।गुटखा और अन्य तंबाकू उत्पाद पहले पुरुषों में ही अधिक प्रचलित थे, लेकिन अब यह प्रवृत्ति युवतियों में भी तेजी से फैल रही है। जहाँ कहीं भी देखिए, दुकानों में गुटखा के पैकेटों की भरमार नजर आती है। इस नशे को लेकर समाज में मानो एक नया फैशन चल पड़ा हो। युवा इसे स्टाइल और आधुनिकता का प्रतीक मान रहे हैं, लेकिन इसके घातक परिणामों से अनजान हैं।गुटखा और शराब का अत्यधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। इससे मुँह का कैंसर, दाँतों की समस्या, हृदय रोग और कई गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं। इसके अलावा, नशे की लत व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव डालती है। यह अवसाद, चिंता और आत्महत्या की प्रवृत्तियों को बढ़ावा देती है।युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति का असर केवल उनके स्वास्थ्य पर ही नहीं, बल्कि उनके परिवार और समाज पर भी पड़ता है। नशे की लत से परिवारों में आर्थिक समस्याएँ, पारिवारिक कलह और समाजिक अपराध बढ़ते जा रहे हैं। युवा पीढ़ी, जो समाज का भविष्य है, नशे की चपेट में आकर अपने भविष्य को बर्बाद कर रही है।गुटखा और अन्य तंबाकू उत्पादों के बढ़ते प्रचलन में कई बड़े अभिनेताओं की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। जब ये मशहूर चेहरे गुटखा जैसे उत्पादों का प्रचार करते हैं, तो इसका सीधा असर युवा पीढ़ी पर पड़ता है। वे इन अभिनेताओं को अपना आदर्श मानते हैं और उनके द्वारा प्रचारित उत्पादों का इस्तेमाल करने को स्टाइलिश और कूल समझते हैं। इस तरह, समाज में नशे का प्रचलन और भी बढ़ जाता है। ये विज्ञापन न केवल गलत संदेश फैलाते हैं, बल्कि युवा पीढ़ी को नशे की ओर धकेलते हैं।नशे की इस बढ़ती समस्या से निपटने के लिए सरकार और समाज को मिलकर काम करना होगा। नशा मुक्ति केंद्रों की स्थापना, सख्त कानूनों का पालन और जागरूकता अभियान चलाना अत्यंत आवश्यक है। साथ ही, माता-पिता को भी अपने बच्चों पर नजर रखनी चाहिए और उन्हें नशे से दूर रखने के लिए सकारात्मक मार्गदर्शन देना चाहिए। इसके अलावा, सेलेब्रिटीज को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे किन उत्पादों का प्रचार कर रहे हैं और उसका समाज पर क्या असर हो रहा है।युवा पीढ़ी में गुटखा, जर्दा और शराब का बढ़ता चलन एक गंभीर समस्या है। इसे रोकने के लिए समाज, परिवार और सरकार को मिलकर प्रयास करना होगा। साथ ही, प्रचार-प्रसार में लगे बड़े सितारों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और समाज पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों को ध्यान में रखना होगा। युवा हमारे देश का भविष्य हैं, और उन्हें इस नशे की लत से बचाकर ही हम एक स्वस्थ और खुशहाल समाज का निर्माण कर सकते हैं। नशे को फैशन मानने की प्रवृत्ति को खत्म करना होगा, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियाँ स्वस्थ और सुरक्षित रह सकें।