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“योगी आदित्यनाथ: लोक कल्याण के पथ पर” एक किताब जो साधारण बालक से ‘गेम-चेंजर’ CM तक के सफर का जीवंत दस्तावेज़!

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(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
लखनऊ। उत्तराखंड के पहाड़ों से निकलकर उत्तर प्रदेश की सियासत के शिखर तक पहुँचे योगी आदित्यनाथ की जीवनयात्रा, उनकी नीतियों, और अनकही कहानियों को समेटती किताब “योगी आदित्यनाथ: लोक कल्याण के पथ पर” ने पाठकों का ध्यान खींचा है। सुप्रीम कोर्ट की मशहूर वकील और सामाजिक कार्यकर्ता रीना एन सिंह द्वारा लिखित इस पुस्तक में योगी के ‘अजय सिंह बिष्ट’ से ‘महंत आदित्यनाथ’ बनने तक के संघर्ष, उनकी सख़्त छवि के पीछे छिपे ‘जननायक’ के कोमल पहलू, और UP को ‘अपराध मुक्त’ व ‘विकासशील’ राज्य बनाने की जंग के रोचक विवरण हैं।
किताब की शुरुआत योगी के बचपन से होती है – एक ऐसा बालक जो पचूर गाँव की संकरी गलियों में क्रिकेट खेलता था, लेकिन संन्यास की राह पकड़कर गोरखपुर मठ के महंत बना और फिर ‘राजधर्म’ के मंत्र को अपनाते हुए सीएम की कुर्सी तक पहुँच गया। रीना सिंह ने योगी के फैसलों की ‘निडरता’ को रेखांकित किया है – चाहे वह गैरकानूनी अतिक्रमणों को गिराने का अभियान हो, माफियाओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति, या फिर कोरोना की महामारी में ऑक्सीजन से लेकर वैक्सीन तक की व्यवस्था करना। पुस्तक में दावा किया गया है कि योगी ने कोविड के दौरान ‘मुख्यमंत्री से बड़ा डॉक्टर’ बनकर काम किया, जिससे UP ने देशभर में मिसाल कायम की।
लेखिका ने योगी की ‘हिंदुत्व’ की छवि के साथ-साथ उनके ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मॉडल को भी उजागर किया है। गोरक्षपीठ के पूर्व महंत अवैद्यनाथ के सानिध्य और राम मंदिर आंदोलन में उनकी भूमिका का ज़िक्र करते हुए किताब बताती है कि कैसे योगी ने धर्म और राजनीति के बीच संतुलन बनाया। साथ ही, यह भी कि कैसे उन्होंने ‘लव जिहाद’ जैसे मुद्दों पर सख़्त कानून बनाकर सामाजिक सुरक्षा को प्राथमिकता दी।
किताब की खासियत है योगी के ‘अनदेखे चेहरे’ – वह CM जो सुबह 4 बजे उठकर योग करता है, साधारण खाना खाता है, और जनता के बीच बिना सुरक्षा घेरे के निकल जाता है। रंगीन तस्वीरों के ज़रिए पाठक उनके व्यक्तित्व के उन पहलुओं से रूबरू होते हैं, जो मीडिया में कम दिखते हैं। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, MP के सीएम शिवराज सिंह चौहान, और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर जैसे दिग्गज नेताओं के संदेशों ने पुस्तक को और प्रामाणिक बनाया है।
रीना सिंह, जो खुद सेना और गरीबों के लिए मुफ़्त कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए मशहूर हैं, ने इस किताब में योगी के नेतृत्व को ‘राष्ट्र निर्माण की मिसाल’ बताया है। उनका कहना है कि यह पुस्तक सिर्फ़ एक नेता की जीवनी नहीं, बल्कि उस ‘संकल्प’ की कहानी है जो भ्रष्टाचार, अपराध और अराजकता के खिलाफ जीत दर्ज करता है। अमेज़न और फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध यह किताब उन सभी के लिए एक ज़रूरी पढ़ाई है, जो यह जानना चाहते हैं कि कैसे योगी आदित्यनाथ आज देश के सबसे चर्चित और ‘फैसलेवार’ नेताओं में शुमार हो गए!

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