25 Views
रांगिरखाड़ी, 26 नवंबर: रांगिरखाड़ी क्षेत्र में पिछले शनिवार दोपहर एक विवादित दुकान को लेकर हंगामा मच गया। लंबे समय से कब्जे में चल रही दुकान का नियंत्रण वापस दिलाने के उद्देश्य से सामाजिक संगठन डिज़ायर फ़ॉर लाइफ़ की केंद्रीय महिला संपादिका गीता पांडेय के नेतृत्व में स्थानीय लोगों के सहयोग से कार्रवाई की गई।
मालकिन का आरोप — किराएदार नहीं कर रहा था दुकान खाली, किराया भी नहीं द रहा था।
दुकान की असहाय मालकिन अनिता दत्ता ने बताया कि कई वर्ष पहले भोला शील नामक व्यक्ति ने उनकी दुकान किराए पर ली थी। लेकिन समय बीतने के बाद वह दुकान खाली करने से साफ़ इनकार करने लगा और किराया भी नहीं दे रहा था। बातचीत और समझाने की कई कोशिशों के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला।
दूसरी ओर, भोला शील का दावा है कि दुकान का असली मालिक कोई और है। उसने यह भी कहा कि दो महीने का किराया वह अनिता दत्ता को दे चुका है, लेकिन विद्युत कनेक्शन न मिलने का आरोप लगाते हुए वह आगे किराया देने से बच रहा था। भोला शील के दो तरह के बयान से साफ हो गया कि वह विधवा मकान मालकिन के साथ बेईमानी पर उतारू है।
स्थानीय लोगों ने जताई आशंका
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि दुकान में कोई सक्रिय व्यवसाय नहीं हो रहा था। वे कहते हैं कि भोला शील दुकान खाली रखकर पान-सुपारी के साथ बैठा रहता था, जिससे संदेह पैदा हुआ कि दुकान के पीछे कोई और गतिविधि तो नहीं चल रही।
तनाव बढ़ते ही पुलिस पहुंची मौके पर
कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। दुकान खाली कराने के बाद मालकिन ने दुकान पर ताला जड़ दिया और वहां से चली गईं। इसके कुछ देर बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। सूचना मिलते ही रांगिरखाड़ी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करते हुए शांति बहाल की।
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दिनभर चर्चा और तनाव का माहौल बना रहा। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।





















