शिलचर (असम), संवाददाता: शिलचर शहर के सदर थाना अंतर्गत रांगीरखाड़ी टाउन आउटपोस्ट क्षेत्र के शरत पल्ली इलाके में एक गृहिणी की रहस्यमयी मौत से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। मृतका की पहचान सरस्वती देव (31) के रूप में हुई है। सरस्वती अपने पीछे पांच वर्षीय इकलौते पुत्र को छोड़ गई हैं। इस दर्दनाक घटना से जहां परिवार गहरे शोक में डूबा है, वहीं स्थानीय लोग आक्रोशित हैं।
सरस्वती का कोई पैतृक सहारा नहीं था — माता-पिता का देहांत पहले ही हो चुका था और उनकी इकलौती बहन भी अब इस दुनिया में नहीं हैं। परिजनों और रिश्तेदारों का रो-रो कर बुरा हाल है।
मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार दोपहर करीब 12:30 बजे सरस्वती के रिश्तेदारों को यह सूचना मिली कि उन्हें उनके पति के घर, नेताजी लेन (शरत पल्ली) से शिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया है। जब परिजन अस्पताल पहुंचे, तब तक बहुत देर हो चुकी थी — सरस्वती की मौत हो चुकी थी।
परिजनों ने मृतका के पति रिंटू देव और उसके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि रिंटू देव बीते कई वर्षों से सरस्वती के साथ मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न करता आ रहा था। बुधवार सुबह इस उत्पीड़न की चरम सीमा पार हो गई और उसी का नतीजा यह दर्दनाक अंत बना।
सबसे हैरानी की बात यह है कि सरस्वती की मौत की जानकारी उसके ससुराल पक्ष ने उसके मायके वालों को नहीं दी। उन्हें गुपचुप तरीके से अस्पताल ले जाया गया। परिजनों का स्पष्ट आरोप है कि यह सामान्य मृत्यु नहीं, बल्कि एक सोची-समझी साजिश के तहत की गई हत्या है।
परिजनों ने इस मामले में रांगीरखाड़ी टाउन आउटपोस्ट में रिंटू देव के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि समाचार लिखे जाने तक किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हो सकी है।
स्थानीय लोगों ने भी रिंटू देव और उसके परिवार के व्यवहार पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि सरस्वती के साथ दुर्व्यवहार कोई नई बात नहीं थी। अक्सर उनके घर से चीख-पुकार सुनाई देती थी। लेकिन किसी ने कल्पना नहीं की थी कि यह सब इस तरह की दुखद परिणति पर पहुंचेगा।
एक अनाथ लड़की, जिसकी शादी के बाद पति और ससुराल वाले ही उसके सबसे करीबी थे — उन्हीं के हाथों ऐसा अमानवीय व्यवहार होना समाज के लिए एक कलंक है।
मांग उठी: न्याय हो और हो सख्त कार्रवाई
सरस्वती का शव फिलहाल शिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पोस्टमॉर्टम विभाग में रखा गया है। अंतिम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का वास्तविक कारण स्पष्ट हो पाएगा। स्थानीय लोगों और परिजनों ने प्रशासन से मांग की है कि इस घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को जल्द से जल्द कानून के कठघरे में लाया जाए और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।





















