आज पश्चिम सोनाई जन कल्याण उन्नयन मंच के चेयरमैन राजकुमार (नेपु) नुनिया ने एक प्रेसवार्ता कर बताया कि, आज काफी दिनों से मैं और एनजीओ के सभी कार्यकर्ता सहित एन आई टी के विभिन्न कर्मचारी चयन प्रक्रिया का विरोध करते आ रहे हे, लेकिन एन आई टी के निदेशक के तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। जबकि भारत सरकार का ये शिक्षा प्रतिष्ठान चाय बागान की भूमि पर बना है।लेकिन फिर भी इस अंचल के शिक्षित युवक युवतियों के साथ भेदभाव कर रहा है। सिक्योरटी गार्ड, हाउस कीपिंग जैसे छोटी छोटी नौकरियों में भी दलालों द्वारा पैसे लेकर बाहर के लोगों को दिया जा रहा है। इन सब चीजों को विरोध करने पर स्थानीय कुछ दलाल एनजीओ के कार्यकर्ताओं को जान से मारने तक की धमकी दे रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही एनआईटी में दायित्व प्राप्त बैन गार्ड सिक्योरिटी एजेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रंजीत कुमार दास ने एक पत्रकार वार्ता में राजकुमार नुनिया के आरोपों का खंडन करते हुए बताया कि राजकुमार नुनिया के आरोप झूठे और मनगढ़ंत है। उन्होंने जिलाधिकारी को राजकुमार नुनिया के एनजीओ की जांच करने के लिए चिट्ठी भी लिखा है।