जयपुर. राजस्थान में 25 नवंबर को मतदान होगा. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टी के नेता एक-दूसरे पर तगड़ा हमला करने में लगे हुए हैं. इसी बीच राहुल गांधी ने बूंदी में आयोजित एक चुनावी रैली में कुछ ऐसा बोल दिया कि सोशल मीडिया पर वह ट्रोल होने लगे हैं. राजस्थान में आकर राहुल गांधी ने पूछा कौन है यह भारत माता जिसकी सब जय करते हैं. इस बयान के बाद तो सोशल मीडिया पर बवाल हो गया.
राजस्थान में आज राहुल गांधी की दो जनसभा थी और इन जनसभा के दौरान जो राहुल गांधी ने बयान दिए हुए सोशल मीडिया पर वायरल हो गए. सोशल मीडिया पर राहुल गांधी को लगातार सर्च किया जा रहा है. दरअसल राहुल गांधी ने बूंदी और दौसा जिले में जनसभाएं की है. इन जनसभा के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि सब भारत माता की जय बोलते हैं, मैं आखिर जानना चाहता हूं कि यह भारत माता कौन है?
कैसे बनीं भारत माता…मैं यह जानना चाहता हूं
राहुल गांधी ने कहा कि मैं यह जानना चाहता हूं भारत माता में कौन-कौन लोग आते हैं, जिससे भारत माता बनी है, उनमें कितने गरीब हैं, कितने अमीर हैं, कितने पढ़े लिखे हैं, मैं यह सब जानना चाहता हूं. दरअसल राहुल गांधी आज पहले बूंदी जिले में जनसभा को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने अडानी का भी नाम लिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आड़े हाथों लिया.
भारत माता में कौन-कौन लोग आते हैं
भारत माता को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि हमें यह पता ही नहीं है देश में कितने लोग किस जाति के हैं, तो हमें इस देश में रहने का मतलब ही नहीं है, हमें यह पता होना चाहिए कि देश में कौन-कौन लोग रहते हैं. इसलिए हम जाति का जनगणना करना चाहते हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके भारत माता की जय कौन कर रहा है, भारत माता में कौन-कौन लोग आते हैं.
राहुल ने पूछा-प्रधानमंत्री के 90 अफसर में कौन-कौन से
राहुल गांधी ने कहा कि मैं हमेशा से यही कहता हूं, देश को सांसद या विधायक नहीं चलाते देश का अफसर चलाते हैं. मैंने प्रधानमंत्री जी से पूछा कि उनके 90 अफसर में कौन-कौन से अफसर किस जाति के हैं, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. बल्कि प्रधानमंत्री मोदी तो खुद को ओबीसी जाति का बताते हैं.
राहुल गांधी ने कहा-अब बन चुके हैं दो हिंदुस्तान
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने दोस्तों का 14 लाख करोड रुपए का कर्ज माफ कर दिया , उनमें ना तो कोई दलित है ना कोई आदिवासी है. राहुल गांधी ने कहा कि अब दो हिंदुस्तान बन चुके हैं. पहला अरबपति और पैसे वालों का है और दूसरा गरीबों का. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी भी जाति का जनगणना नहीं कराना चाहते वो इसके पक्ष में नहीं है.