अयोध्या. लोकसभा चुनाव के बीच रामनवमी के मौके पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव का विवादित बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि ‘पूजा नहीं करता मैं, पाखंडी लोग करते हैं पूजा पाठ.’ इतना ही नहीं रामगोपाल यादव ने राम मंदिर को लेकर कहा कि इस राम मंदिर कुछ खास नहीं है देश में हजारों राम मंदिर हैं, अधूरे मंदिर में राण प्रतिष्ठा की गई, भगवान राम इन्हें दंड देंगे. रामगोपाल यादव के इस बयान पर अयोध्या के संतों ने भी प्रतिक्रिया दी है. हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने सपा सांसद रामगोपाल यादव के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
राजू दास ने कहा कि पूरा देश राम जन्मोत्सव के उल्लास में डूबा है. 500 वर्षों के संघर्ष के बाद रामलला का जन्मोत्सव भव्य मंदिर में मनाया जा रहा है, जिसके लिए कई वर्षों तक तपस्या की गई. रामगोपाल यादव का बयान दुर्भाग्य पूर्ण हैं. रामगोपाल ने कहा कि ढोंगी लोग रामनवमी मनाते हैं. इसका पुरजोरविरोध और निंदा करता हूं. जिस तरह से उनकी भाषा और सोच सनातनी हिंदुओं के लिए है, इसके लिए रामगोपाल यादव को क्षमा मांगना चाहिए. अखिलेश यादव एक तरफ साधु संतों के पास मंदिर मंदिर घूम रहे हैं. अखिलेश यादव कहते हैं कि राम किसी पार्टी के नहीं, किसी संप्रदाय के नहीं, किसी दल के है नहीं, दूसरी तरफ उनके नेता करते हैं कि हम सनातनी को नहीं मानते। ढोंगी पूजा पाठ करते हैं. याह दुर्भाग्य की बात है.
वहीं जगददगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि सपा सांसद रामगोपाल यादव का बयान अति निंदनीय है. कई बार अखिलेश यादव भी पूजा पाठ करते हुए देखे गए हैं, इसका मतलब रामगोपाल अखिलेश यादव को पाखंडी कह रहे हैं. अभी तक स्वामी प्रसाद मौर्य दे रहे थे विवादित बयान, अब रामगोपाल ने भी शुरू कर दिया. उन्होंने रामगोपाल यादव को एक हफ्ते का समय दिया और कहा कि वे अपने बयान वापस ले लें।