सिलचर: स्वर्गीय डॉ. राहुल गुप्ता की 82वीं जयंती के अवसर पर, रामानुज गुप्ता मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट ने सोमवार को सिलचर के बेलटोला, मेहरपुर में अपनी महत्वाकांक्षी शैक्षिक परियोजना “डीआरजी ड्रीम स्कूल” का भव्य उद्घाटन किया। यह संस्थान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को नया आयाम देने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है।
शिक्षा के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करने वाले इस स्कूल का उद्घाटन समारोह दोपहर 3 बजे संपन्न हुआ। पहले चरण में एलकेजी से कक्षा छह तक की पढ़ाई शुरू की जाएगी, और भविष्य में इसे सीबीएसई से संबद्ध उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के रूप में विकसित करने की योजना है।
गरिमामयी उपस्थिति और प्रेरणादायी संबोधन
इस ऐतिहासिक अवसर पर शिक्षा और समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तित्व उपस्थित रहे। असम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजीव मोहन पंत, रवींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय (होजाई) के कुलपति प्रोफेसर मनबेंद्र दत्ता चौधरी, प्रसिद्ध कवि और पत्रकार अथिन दास, डॉ. सत्य रंजन भट्टाचार्य, नीलाक्ष चौधरी (निदेशक, प्रशासन, दैनिक जगशंखा प्रकाशन समूह), शिवब्रत दत्ता (अध्यक्ष, सिलचर डीएसए), डॉ. सुजीत कुमार नंदी पुरकायस्थ, नंदिता गुप्ता (सचिव, आरजीएमसी ट्रस्ट), रुद्र नारायण गुप्ता (अध्यक्ष, आरजीएमसी ट्रस्ट) एवं कई अन्य सम्माननीय व्यक्तियों ने समारोह की शोभा बढ़ाई।
उद्घाटन समारोह की शुरुआत एक भावनात्मक नृत्य प्रस्तुति से हुई, जिसके बाद नंदिता गुप्ता ने विद्यालय का ध्वजारोहण किया।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति संकल्प
आरजीएमसी ट्रस्ट के अध्यक्ष रुद्र नारायण गुप्ता ने अपने संबोधन में डीआरजी ड्रीम स्कूल के दूरदर्शी दृष्टिकोण को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य न केवल उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करना है, बल्कि छात्रों को जिम्मेदार नागरिक के रूप में विकसित करना भी है। ट्रस्ट विद्यार्थियों के लिए एक समर्पित शिक्षण वातावरण सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
उन्होंने इस अवसर पर डॉ. राहुल गुप्ता के जीवन और समाज के प्रति उनके योगदान को याद किया और कहा कि यह संस्थान उनके स्वप्न को साकार करने का एक प्रयास है।
नए युग की ओर एक सशक्त कदम
डीआरजी ड्रीम स्कूल की स्थापना न केवल सिलचर बल्कि संपूर्ण क्षेत्र के शैक्षिक परिदृश्य को एक नई दिशा देने की क्षमता रखती है। ट्रस्ट द्वारा शिक्षा के इस उत्कृष्ट केंद्र की परिकल्पना सर्वोत्तम अधिगम संसाधनों, योग्य शिक्षकों और समग्र विकास पर केंद्रित पाठ्यक्रम के माध्यम से छात्रों के उज्जवल भविष्य के निर्माण हेतु की गई है।
यह स्कूल आने वाले वर्षों में शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता और नवाचार का प्रतीक बनेगा, जिससे समाज को एक समर्पित और सशक्त नई पीढ़ी मिलेगी।