शिलचर, 14 फरवरी: देश में राष्ट्रीय चरित्र का जागरण राम जन्मभूमि आंदोलन की देन है। यह मात्र मंदिर निर्माण का आंदोलन नहीं राष्ट्र निर्माण और स्वाभिमान जागरण का आंदोलन था। उपरोक्त विचार विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने शिलचर में आयोजित विशिष्ट नागरिकों की एक सभा में व्यक्त किया। विश्व हिंदू परिषद शिलचर द्वारा धर्म रक्षा निधि समर्पण कार्यक्रम के तहत आज की सभा आयोजित की गई थी। जिला अध्यक्ष देवाशीष सेनगुप्त की अध्यक्षता में आयोजित सभा के प्रारंभ में दीप प्रज्वलन, मंत्र पाठ और श्री राम जय राम जय जय राम का उच्चारण किया गया। अतिथि स्वागत के पश्चात मिलिंद परांडे जी का संबोधन हुआ। मंचासीन अतिथियों में वरिष्ठ प्रचारक शशिकांत चौथाईवाले, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक ज्योत्सनामय चक्रवर्ती तथा विश्व हिंदू परिषद दक्षिण पूर्व प्रांत के सभापति शांतनु नायक शामिल थे।
अपने उद्बोधन में मिलिंद परांडे ने विश्व हिंदू परिषद के गठन की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि हमारा लगभग 1000 साल का कालखंड संघर्ष का रहा लेकिन आजादी मिलने के बाद भी जैसी अपेक्षा थी वैसा नहीं हुआ। इसलिए देश के साधु-संतों ने, विद्वत जनों ने संघ के द्वितीय सरसंघचालक पूजनीय गुरु जी के परामर्श से मुंबई के संदीपनी आश्रम में विश्व हिंदू परिषद का गठन किया। दुनिया के लगभग 100 देशों में कम ज्यादा हिंदू रहते हैं, उनमें से 29 देशों में विश्व हिंदू परिषद का काम चल रहा है। भारत में और बाहर के देशों के काम का स्वरूप अलग अलग है। विश्व हिंदू परिषद के कार्यों से पूरे दुनिया में हिंदुत्व के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ा है। दो हजार अट्ठारह में 65 देशों के हिंदू प्रतिनिधि शिकागो में इकट्ठा हुए।
भारत में विश्व हिंदू परिषद का काम 30000 गांव तक फैला हुआ है। सभी संप्रदाय के संतो ने मिलकर विश्व हिंदू परिषद का गठन किया है। देशभर में हजारों सेवा के कार्य चल रहे हैं। हिंदू संस्कारों के जागरण का काम चल रहा है। सामाजिक कुरीतियों के रूप में छुआछूत, दहेज प्रथा, भ्रूण हत्या आदि के खिलाफ जागरण हो रहा है क्योंकि यह हमारे संस्कृति के अनुरूप नहीं है। संतो ने घोषणा की है कि न हिंदू पतितो भवेत्। विहिप के नेतृत्व में बड़े-बड़े साधु संतों ने काशी के डोमराज के घर जाकर भोजन किया। राम जन्मभूमि का शिलान्यास भी एक साधारण व्यक्ति से कराया गया। विश्व हिंदू परिषद का संकल्प है गौ रक्षा, लव जिहाद से हिंदू कन्या की रक्षा, धर्मांतरण रोकना, घर वापसी कराना, आस्था के बिंदुओं की रक्षा करना। उपरोक्त सभी कार्यों के लिए संगठन की जरूरत है संगठन के लिए समय देने वाले और धन देने वालों की जरूरत है। इसके लिए धर्म रक्षा निधि समर्पण का काम चल रहा है। उन्होंने सब से अपील किया धर्म रक्षा निधि में समर्पण करने के लिए।
सभा में उपस्थित प्रमुख व्यक्तियों में विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री दिनेश तिवारी, संघ के प्रांत प्रचारक गौरांगो राय, संगठन मंत्री पूर्ण चंद्र मंडल, विहिप के प्रांत सचिव सपन शुक्लवैद, गौ रक्षा समिति के उपाध्यक्ष डॉ रंजन सिंह, सुभाष नाथ, क्षौणिश चक्रवर्ती, मिठुन नाथ, अमिय कांति दास, रतीश दास, शुभ रंजन दास आदि शामिल थे। सभा का संचालन जिला सचिव आशीष दे ने किया।