नई दिल्ली. संसद का मानसून सत्र 11 अगस्त को खत्म हो गया. इसके बाद दोपहर करीब 3 बजे राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें मुख्य मुद्दा मणिपुर ही रहा. राहुल महज 20 मिनट बोले. राहुल ने सरकार पर सीधा आरोप लगाया कि पीएम मणिपुर को जलाना चाहते हैं, बचाना नहीं. संसद में 2 घंटे के अपने भाषण में वे मणिपुर पर सिर्फ 2 मिनट बोले. ये शोभा नहीं देता.
राहुल ने पत्रकार वार्ता में यह बातें कहीं
राहुल गांधी ने कहा कि मणिपुर जल रहा है और प्रधानमंत्री हंस-हंसकर बोल रहे थे, ये उनको शोभा नहीं देता. अगर हिंदुस्तान में कहीं हिंसा हो रही है तो उन्हें इस तरह हंस-हंसकर नहीं बोलना चाहिए. 19 साल के राजनीतिक करियर में ऐसा नहीं देखा
– मैं करीब 19 साल से राजनीति में हूं. मैं हर स्टेट में गया. बाढ़, सुनामी, हिंसा होती है, हम जाते हैं. 19 साल के अनुभव में मैंने जो मणिपुर में देखा, कहीं नहीं देखा. मणिपुर के लिए जो मैंने कहा कि भारत माता की हत्या कर दी है, ऐसे नहीं कहा था.
– जब हम मणिपुर पहुंचे तो हमें हिंसाग्रस्त इलाकों में जाना था. जब हम मैतेई के इलाके में गए तो हमसे कहा गया कि अगर कुकी आपकी सिक्योरिटी में हुआ तो हम गोली मार देंगे. कुकी के इलाके में गए तो कहा कि मैतेई सिक्योरिटी में होगा तो उसे मार देंगे. मणिपुर दो हिस्सों में बंट गया है.
– प्रधानमंत्री को ये पता नहीं लग रहा है कि हमारे देश में क्या हो रहा है. वो जा नहीं सकते तो वहां के बारे में बोलें तो. जो मणिपुर में हो रहा है, सेना उसे दो दिन में रोक सकती है. प्रधानमंत्री मणिपुर को जलाना चाहते हैं, बचाना नहीं चाहते