प्रे.स. शिलचर 4 नवंबर: रुद्र महायज्ञ आयोजन समिति शिलचर के सभापति बराक घाटी के सुप्रतिष्ठित चाय उद्योगपति एवं वरिष्ठ समाजसेवी कमलेश सिंह ने हमारे प्रतिनिधि को बताया कि शिलचर नगर में जल्दी ही शतचंडी महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दक्षिण असम में अभी तक उनकी जानकारी के अनुसार शतचंडी महायज्ञ नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि दक्षिण असम के कल्याण की कामना के साथ मानव मात्र को सुख और समृद्धि प्राप्त हो, इसलिए यज्ञ का आयोजन होते रहना जरूरी है।
उन्होंने बताया कि जिस प्रकार जनवरी 2023 में घुंघुर, शिलचर में विशाल महायज्ञ कराया गया, एक बार फिर उसी प्रकार काछार, करीमगंज और हाइलाकांदी तथा आसपास के मणिपुर, मेघालय डीमा हासाओं और त्रिपुरा के भी श्रद्धालुओं के सहयोग से मां शतचंडी का महायज्ञ संपन्न कराया जाएगा। उन्होंने इस बात पर बहुत प्रसन्नता व्यक्त की कि बराक घाटी के जन प्रतिनिधि शहीद मंगल पांडेय की मूर्ति लगाने के लिए सक्रिय हो गए हैं। इन्होंने बताया कि पिछले महायज्ञ में कुछ रुपया बच गया था, जिस रुपए से शहीद मंगल पांडेय की मूर्ति निर्माण का निर्णय लिया गया था। उन्होंने कहा कि मूर्ति स्थापना समिति को उन्होंने प्रस्ताव दिया था लेकिन वे लोग सहमत नहीं हुए। वास्तव में वर्तमान मूर्ति स्थापना समिति इतनी सशक्त है कि उसे इस रुपए की जरूरत ही नहीं है, इसलिए यज्ञ का पैसा यज्ञ के काम में ही लगाया जाएगा। इस बारे में जल्दी ही एक बैठक करके शतचंडी महायज्ञ के लिए समिति का गठन किया जाएगा। महायज्ञ में सभी समाज के लोगों और सभी धार्मिक संगठनों सामाजिक संगठनों का सहयोग लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि श्री कमलेश सिंह जी दक्षिण असम के चार बड़े-बड़े चाय बागानों के रेजिडेंट डायरेक्टर है। उन्होंने बराक घाटी के कमजोर चाय बागानों को आज मजबूत चाय बागान में बदल दिया है। आप बहुत ही धार्मिक और सामाजिक व्यक्तित्व है। सनातन धर्म की रक्षा के लिए, हिंदू समाज के कल्याण के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। उन्होंने अपने सभी बागानों में मंदिरों का निर्माण कराया तथा प्रतिवर्ष सभी मंदिरों में विधि विधान से यज्ञ, पूजा- पाठ, भजन-कीर्तन आदि कार्यक्रम कराते हैं। उन्होंने इस बारे में विभिन्न श्रेणी के लोगों से बातचीत भी शुरू कर दिया है। उन्होंने रुद्र महायज्ञ आयोजन समिति के महासचिव दिलीप कुमार को यथाशीघ्र शतचंडी महायज्ञ की योजना पर कार्य करने का निर्देश दिया है।