कोटा. रेलवे की सरकारी नौकरी के लिए अपने पति की हत्या की हत्या करवाने वाली पत्नी मंजू, उसके प्रेमी और भाई से पुलिस पूछताछ में जुटी है. इधर, मामले में दो आरोपियों को पुलिस ने जेल भिजवाया है.
गौरतलब है कि रेलवे कॉलोनी इलाके में रेलवे कर्मचारी शंभू की घर में घुसकर हत्या कर दी गई थी. मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने उसकी पत्नी मंजू, भाई मनीष, मंजू के प्रेमी रामकेश उर्फ रेसू, सुपारी लेने वाले मोनू और फरदीन को गिरफ्तार किया था.
पति की जगह सरकारी नौकरी और संपत्ति पर कब्जे के लिए महिला ने इन सबके साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. पांच लाख की सुपारी हत्या के लिए दी गई थी. आईपीएस पंकज यादव ने बताया कि मामले में आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें रिमांड पर लिया गया है.
कोटा एसपी अमृता दुहान ने बताया कि रेलवे कर्मचारी शंभू कुमार (35) की हत्या में उसकी पत्नी मंजू (30), उसके भाई मनीष (26), महिला के प्रेमी रामकेश उर्फ रेसू (21), सुपारी लेने वाले मोनू (21) और फरदीन (19) को गिरफ्तार किया गया है. वहीं एक नाबालिग को डिटेन किया है. पूछताछ में सामने आया कि गला काटने से पहले जहर देने की भी कोशिश की थी, लेकिन नाकाम रहे.
शुरुआत से शक के घेरे में थी पत्नी
कोटा एसपी ने मामले का खुलासा किया. एसपी ने बताया- सरकारी क्वार्टर में शंभू कुमार रहता था. वह रेलवे के वर्कशॉप में नौकरी करता था. पिता नंदकिशोर की जगह (मृतक आश्रित कोटा) उसे नौकरी मिली थी. उसकी 29 मई की रात को घर में घुसकर गला काटकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस को शुरुआत से ही रेलकर्मी की पत्नी पर शक था. बदमाश घर में घुसा और हत्या कर भाग गया. इसके बाद भी पत्नी को पता नहीं चला. पत्नी के इस बयान के बाद वह शक के घेरे में आ गई थी. इस पूरे मामले का चश्मदीद उसका 10 साल का बेटा प्रिंस था. उसने बदमाशों को हत्या के बाद भागते देखा था.