नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है, जिससे उनके शानदार टेस्ट करियर का एक युग समाप्त हो गया। 67 टेस्ट मैचों में रोहित ने 40.57 की औसत से कुल 4,301 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने पदार्पण मैच में 177 रनों की पारी खेली थी और 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 212 रन की यादगार पारी भी उनके करियर की उपलब्धियों में शुमार है।
कप्तानी का सफर और हालिया प्रदर्शन
विराट कोहली के बाद रोहित ने 2022 में भारत की टेस्ट टीम की कप्तानी संभाली और कुल 24 टेस्ट मैचों में टीम का नेतृत्व किया, जिनमें से 12 में भारत को जीत मिली। हालांकि, पिछले एक वर्ष में उनका व्यक्तिगत फॉर्म गिरावट पर रहा। बांग्लादेश, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हालिया श्रृंखलाओं में उनका औसत मात्र 10.93 रहा, जिसने चयनकर्ताओं को आगामी इंग्लैंड दौरे से पहले नेतृत्व परिवर्तन पर विचार करने के लिए प्रेरित किया।
संन्यास की घोषणा
रोहित शर्मा ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करते हुए लिखा:
“टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं। भारत के लिए सफेद जर्सी में खेलना मेरे लिए सम्मान की बात रही है। वर्षों से मिले प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद। मैं एकदिवसीय प्रारूप में भारत का प्रतिनिधित्व करता रहूंगा।”
अगले कप्तान की दौड़ में गिल और बुमराह
अब भारतीय टेस्ट टीम के नए कप्तान को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। शुभमन गिल और जसप्रीत बुमराह के नाम सबसे आगे हैं। गिल ने आईपीएल में गुजरात टाइटंस का प्रभावी नेतृत्व किया है और उन्हें दीर्घकालिक विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। वहीं बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट में कप्तानी करते हुए जीत दिलाई थी, लेकिन उनके बार-बार चोटिल होने के इतिहास के कारण चयनकर्ताओं में संशय है।
एक युग का अंत
रोहित शर्मा का शांत स्वभाव, तकनीकी दक्षता और नेतृत्व कौशल भारतीय क्रिकेट के लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है। उनका टेस्ट करियर न सिर्फ आँकड़ों में समृद्ध रहा, बल्कि उन्होंने भारतीय क्रिकेट को एक नई दिशा देने में भी भूमिका निभाई। यद्यपि वह अब टेस्ट क्रिकेट में नजर नहीं आएंगे, परंतु एकदिवसीय प्र%B





















