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प्रेरणा ब्यूरो हाइलाकांदी, 01 फरवरी: लखीनगर चाय बागान में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां सातवीं कक्षा की मासूम छात्रा पर क्रूर हमला किया गया। हमलावरों ने न सिर्फ नाबालिग छात्रा को बेरहमी से पीटा, बल्कि उसके पूरे परिवार को भी जान से मारने की धमकी दी। इस हमले से पूरे इलाके में दहशत फैल गई है और लोगों में आक्रोश की लहर दौड़ गई है।
घटना पिछले सोमवार रात की है, जब लक्ष्मीनगर मॉडल स्कूल की सातवीं कक्षा की छात्रा मानवी कुर्मी को बेरहमी से पीटा गया। पीड़ित छात्रा के पिता प्रदीप कुर्मी के अनुसार, हमलावरों का यह हमला पहले से सुनियोजित था और इसे परिवार पर दबाव बनाने के लिए अंजाम दिया गया। प्रदीप कुर्मी का परिवार चाय बागान इलाके में रहता है और पिछले कुछ दिनों से खलीलुद्दीन अंसारी, आयनुद्दीन अंसारी, अमीरुद्दीन अंसारी, टिंकू अंसारी, जमीरून बीबी, बेगम बीबी सहित अन्य लोगों से विवाद चल रहा था। विवाद की जड़ जमीन पर कब्जे और गंदगी फेंकने की घटनाएं बताई जा रही हैं।
पिछले सोमवार रात करीब 9:30 बजे पूरा परिवार घर में मौजूद था, तभी अचानक हमलावर हथियारों से लैस होकर घर में घुस आए। इन लोगों ने प्रदीप कुर्मी और उनकी पत्नी के साथ मारपीट शुरू कर दी। लेकिन हद तो तब हो गई जब नाबालिग मानवी कुर्मी को भी बुरी तरह पीटा गया। पीड़ितों के अनुसार, बच्ची को इतनी बुरी तरह से मारा गया कि उसकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही है और अब उसे शिलचर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराने की जरूरत पड़ सकती है। घटना की जानकारी मिलते ही लाला थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो मुख्य आरोपियों – खलीलुद्दीन अंसारी और आयनुद्दीन अंसारी – को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन परिवार का कहना है कि हमला करने वाले सभी लोग फरार हैं और बाकी आरोपियों को भी जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए। पीड़ित परिवार का आरोप है कि हमलावरों ने बदले की भावना से उनके पड़ोसियों और मदद करने वालों पर भी झूठे केस दर्ज करवा दिए हैं ताकि कोई भी उनके खिलाफ आवाज न उठा सके।
इस घटना के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने पूरी ताकत से इस हमले का विरोध किया और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की।
ABVP असम प्रदेश की कार्यकारी समिति के सदस्य प्रियांशु नाथ, जिला संयोजक विप्लव दास, एसएस कॉलेज शाखा अध्यक्ष अरूप दास पुरकायस्थ और आएनाखॉल यूनिट के सचिव अभिषेक ग्वाला ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और इस अमानवीय घटना के खिलाफ कड़ा विरोध जताया। विद्यार्थी परिषद ने कहा कि अगर जल्द से जल्द सभी दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वे राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ेंगे। लखीनगर इलाके में इस घटना के बाद से तनाव फैला हुआ है। आसपास के लोगों का कहना है कि यह हमला एक परिवार को निशाना बनाने की साजिश थी और इसमें पूरी तरह से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। प्रदीप कुर्मी और उनके परिवार ने मुख्यमंत्री, जिला प्रशासन और पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है।
उनका कहना है कि अगर जल्द से जल्द सभी दोषियों को नहीं पकड़ा गया, तो वे मुख्यमंत्री से मिलकर इस मामले को उनके संज्ञान में लाएंगे और न्याय की मांग करेंगे। लाला थाना पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और फरार आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस के अनुसार, गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। इस हमले ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। पीड़ित परिवार का कहना है कि जब तक सभी हमलावर सलाखों के पीछे नहीं पहुंचते, तब तक उन्हें चैन नहीं मिलेगा। एक मासूम बच्ची को बेरहमी से पीटने वाले आखिर कब तक खुलेआम घूमते रहेंगे? क्या पुलिस सभी आरोपियों को पकड़ पाएगी? क्या प्रशासन पीड़ित परिवार को सुरक्षा देगा? इन सभी सवालों के जवाब आने वाले दिनों में साफ होंगे, लेकिन फिलहाल लक्ष्मीनगर में भय और गुस्सा का माहौल बना हुआ है।




















