चंद्रशेखर ग्वाला, लखीपुर, 12 मार्च: लखीपुर सह-जिला अंतर्गत पैलापुल में सितांशु ग्वाला एवं समस्त ग्वाला परिवार द्वारा आयोजित नौ दिवसीय श्री श्री शिव महापुराण कथा का भव्य समापन संपन्न हुआ। कथा का शुभारंभ 3 मार्च, फाल्गुन शुक्ल चतुर्थी सोमवार को हुआ, जब भव्य कलश यात्रा निकाली गई। लगभग दो सौ से अधिक श्रद्धालु चीरी नदी से कलश भरकर यज्ञस्थल तक पहुंचे, जिससे संपूर्ण क्षेत्र भक्तिमय हो उठा।
वृंदावन और बनारस से पधारे आचार्यों के सान्निध्य में वैदिक विधि-विधान से कथा की शुरुआत की गई। प्रतिदिन संध्या 6 बजे से रात्रि 9 बजे तक प्रसिद्ध कथावाचक पंडित अशोक देवाचार्य जी महाराज के सुमधुर प्रवचन सुनने के लिए हजारों भक्तों का समागम हुआ। कथा के दौरान स्थानीय भक्तों ने राम पंचायत, शिव परिवार और बजरंग बली की लीलाओं की झांकियां प्रस्तुत कर कार्यक्रम को और भी भक्ति एवं आस्था से ओत-प्रोत बना दिया।
भक्तों का उमड़ा जनसैलाब
कथा के अंतिम दिन 11 मार्च, मंगलवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। लगभग एक हजार से अधिक भक्तों ने पं. अशोक देवाचार्य जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। नौ दिवसीय इस धार्मिक आयोजन में क्षेत्रवासियों का अपार उत्साह देखने को मिला। समापन दिवस पर आचार्यों ने पूर्णाहुति हवन कर महायज्ञ को विधिवत संपन्न किया।
भव्य आयोजन को लेकर विधायक का बयान
निवर्तमान विधायक राजद्वीप ग्वाला ने इस शुभ अवसर पर कहा कि भगवान भोलेनाथ की कृपा से अगले वर्ष भी इसी तरह का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने समस्त भक्तों की उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि सनातन परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए इस तरह के धार्मिक आयोजन अनिवार्य हैं।
महाप्रसाद और भंडारे का आयोजन
कथा के समापन अवसर पर दोपहर से देर संध्या तक महाप्रसाद एवं भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। भक्तों की भावनाओं को देखते हुए कथा वाचक पं. अशोक देवाचार्य जी महाराज ने वचन दिया कि यदि भगवान शिव की कृपा हुई तो वे अगले वर्ष भी इस पावन भूमि पर प्रवचन देने अवश्य आएंगे।
यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बना, बल्कि पूरे क्षेत्र में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार कर गया।