28 मई की मध्यरात्रि 12:00 बजे के बाद 12.50 पर लेन नंबर 15, लिंक रोड, शिलचर निवासी वरिष्ठ नागरिक 80 वर्षीय सुरेश चंद नरपत्या (जैन) का देहांत हो गया। उनका अंतिम संस्कार आज शिलचर श्मशान में कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते हुए किया गया। वे अपने पीछे 3 पुत्र प्रवीण कुमार जैन, सुनील कुमार जैन, संजय कुमार जैन, एक पुत्री, 6 पौत्र तथा एक पौत्री सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। चार बेटों में उनके एक पुत्र का पहले ही देहांत हो चुका है।
सुरेश चंद्र नरपत्या (जैन) बयाना राजस्थान के मूल निवासी थे। 30 साल पहले उनके पुत्रों ने शिलचर में व्यवसाय शुरू किया और वह 15 नंबर लेन, लिंक रोड में ही रहने लगे, मिलनसार और धार्मिक स्वभाव के सुरेश जी धार्मिक पुस्तकें पढ़ना और धार्मिक चर्चा करने के शौकीन थे।
प्रेरणा भारती हिंदी समाचार पत्र के वे नियमित पाठक थे। प्रेरणा भारती से उनका इतना लगाव था कि 1 दिन ना मिलने पर कार्यालय में फोन करके नाराजगी भी जाहिर करते थे। प्रेरणा भारती परिवार ने उनकी आत्मा की शांति एवं मुक्ति की कामना की है। उनके अंतिम संस्कार में उपस्थित प्रमुख व्यक्तियों में दिलीप जैन, सुरेंद्र कोठारी, गोविंद मूंदड़ा, सुरेंद्र वैद, मनोज जैन आदि शामिल थे।
आप ने अंत समय में धर्म का सहारा ले कर समस्त परिग्रह का त्याग कर के श्री णमो कार मंत्र की आराधना करते हुए इस शरीर का त्याग किया.