नई दिल्ली. इजरायल ने दुनिया के सबसे ताकतवर गैर-सरकारी संगठन हिजबुल्लाह की कमर तोड़कर रख दी है. इस बीच लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार (28 अक्टूबर) को बताया कि पिछले 24 घंटों में 38 लोग मारे गए हैं. जबकि, 124 लोग घायल हुए हैं. जिससे हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच एक साल से चल रहे भीषण संघर्ष में मरने वालों की संख्या अब बढ़कर 2,710 हो गई है.
द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक, लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए इन आंकड़ों में नागरिकों और लड़ाकों के बीच कोई अंतर नहीं किया गया है, लेकिन बताया गया है कि मृतकों में 532 महिलाएं और 157 बच्चे हैं. हालांकि, आईडीएफ का अनुमान है कि, इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष में 2,000 से ज़्यादा हिज़्बुल्लाह आतंकी मारे गए हैं. जबकि, लेबनान में अन्य आतंकवादी समूहों के लगभग 100 सदस्यों के भी मारे जाने की खबर है. वहीं, हिजबुल्लाह ने 516 सदस्यों के नाम बताए हैं जो लड़ाई के दौरान इजरायल द्वारा मारे गए हैं, जिनमें से ज़्यादातर लेबनान में मारे गए हैं, लेकिन कुछ सीरिया में भी मारे गए हैं.
बता दें कि, बीते सितंबर में इजरायल द्वारा हिजबुल्लाह के खिलाफ नए हमले शुरू करने के बाद से इन संख्याओं को लगातार अपडेट नहीं किया गया है. ऐसे में इजराइल का लक्ष्य है कि 8 अक्टूबर 2023 से लेबनान से शुरू होने वाले रॉकेट हमलों को रोकना है. साथ ही हजारों इजराइलियों को उत्तरी इजराइल में उनके घरों में लौटने की अनुमति देना है.
इधर, बीच संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने भी उत्तरी गाजा में बड़े पैमाने पर हो रही मौतों पर अपनी चिंता जाहिर की है. उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि ग़ज़ा में लोगों को खाने और आश्रय की कमी का सामना करना पड़ रहा है.