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हाइलाकांदी, १२अगस्त:चार महीने के राजनीतिक तनाव, बातचीत और प्रशासनिक उलझनों के बाद, हाइलाकांदी जिला परिषद बोर्ड का गठन आखिरकार हो गया। कांग्रेस की ओर से फातिमा बेगम चौधरी अध्यक्ष और जूही अख्तर चौधरी उपाध्यक्ष चुनी गईं।
जिला परिषद की कुल आठ सीटों में से भाजपा ने तीन, कांग्रेस ने तीन और निर्दलीय उम्मीदवारों ने दो सीटें जीती थीं। आज, बोर्ड गठन की प्रक्रिया में कांग्रेस के तीन सदस्यों ने दो निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ हाथ मिला लिया।
हालांकि, मतदान के दौरान एक नाटकीय स्थिति पैदा हो गई—आठ सदस्यों में से भाजपा और कांग्रेस दोनों को चार-चार वोट मिले। इस मुद्दे को सुलझाने का कोई रास्ता न देख, आखिरकार मामला लॉटरी में गया और कांग्रेस चुनाव जीत गई।
पूरी प्रक्रिया जिला परिषद कार्यालय में कड़ी सुरक्षा के बीच पूरी हुई। जिला आयुक्त अभिषेक जैन और जिला परिषद के अन्य शीर्ष अधिकारी मौजूद थे। इससे पहले, छह अगस्त को बोर्ड गठन की कोशिश का पहला चरण विफल रहा था, जिससे राजनीतिक अनिश्चितता पैदा हो गई थी। आज, दूसरे चरण ने गतिरोध को समाप्त कर दिया, जिससे राजनीतिक हलकों को राहत मिली। राजनीतिक हलकों से विश्लेषण – कांग्रेस ने साबित कर दिया कि बहुमत के बिना भी, अगर सही रणनीति और स्थिति का उपयोग करने की क्षमता का इस्तेमाल किया जाए तो सत्ता के समीकरण को अपने पक्ष में खींचा जा सकता है। परिणाम घोषित होने के बाद, हाइलाकांदी की राजनीतिक तस्वीर में एक तीव्र विरोधाभास उभरा – एक तरफ, भगवा खेमे में सन्नाटा और अवसाद की छाया छा गई, जबकि दूसरी ओर, कांग्रेस खेमे में खुशी, नारे और मिठाई वितरण का उत्सव था।





















