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शिव कुमार शिलचर, 24 मार्च: लोंगाई चाय बागान के बंद होने की खबर से श्रमिकों में चिंता और असमंजस का माहौल बन गया था। बताया जा रहा है कि बीसीएमएस (BCMS) संगठन की ओर से निकली एक चिट्ठी में बागान की आर्थिक स्थिति को लेकर सवाल उठाए गए थे, जिससे यह आशंका पैदा हुई कि आने वाले दिनों में बागान बंद हो सकता है। इस खबर के फैलते ही बागान के श्रमिकों में भय और असुरक्षा की भावना बढ़ गई, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।इसी मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्वशर्मा की अध्यक्षता में एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक आयोजित की गई, जिसमें श्रीभूमि स्थित जिलाधिकारी कार्यालय से प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने श्रमिकों को आश्वस्त किया कि लोंगाई चाय बागान बंद नहीं होगा और सरकार इसे संचालित करने के लिए हरसंभव कदम उठाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि डीसी कार्यालय में हुई पिछली बैठक के उस मिनट्स को रद्द किया जाए, जिसमें बागान बंद होने की आशंका जताई गई थी। यह महत्वपूर्ण बैठक बराक चाय श्रमिक यूनियन के महासचिव एवं पूर्व विधायक राजदीप ग्वाला के नेतृत्व में आयोजित की गई। श्री ग्वाला ने श्रमिकों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया और मुख्यमंत्री से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि श्रमिकों के हितों की रक्षा की जाए। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि लोंगाई चाय बागान को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सरकार को वैकल्पिक उपाय अपनाने चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोंगाई चाय बागान को और अधिक आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए वैकल्पिक उपायों पर विचार किया जाएगा। इसमें बागान की खाली जमीन के उपयोग, अतिरिक्त आय के स्रोत विकसित करने और श्रमिकों की समस्याओं के समाधान पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि आगामी दिनों में जब वे श्रीभूमि का दौरा करेंगे, तब श्रमिकों से सीधा संवाद करेंगे और उनकी समस्याओं का हल निकालेंगे। मीटिंग के बाद यूनियन प्रतिनिधियों ने लोंगाई चाय बागान के श्रमिकों से मुलाकात की और मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आश्वासन को उनके बीच साझा किया, ताकि फैली हुई अफवाहों पर रोक लगाई जा सके और श्रमिकों में विश्वास बहाल हो। मीटिंग में बागान क्षेत्र में अतिक्रमण का मुद्दा भी उठा। यूनियन प्रतिनिधियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि बागान के बाहर के लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण पर कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन बागान में पीढ़ियों से रह रहे श्रमिकों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। इस महत्वपूर्ण बैठक में बराक चाय श्रमिक यूनियन के महासचिव एवं पूर्व विधायक राजदीप ग्वाला, यूनियन के अन्य अधिकारीगण एवं लोंगाई, आदमटिल्ला, लालखीरा और चांदखीरा चाय बागान के पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे। इसके अलावा, यूनियन के कार्यकारी सदस्य शेखर संथाल भी बैठक में मौजूद रहे। बैठक के बाद, आज श्रीभूमि जिले के लोंगाई चाय बागान में एक सभा आयोजित की गई, जिसमें श्रमिकों को मुख्यमंत्री के आश्वासन की जानकारी दी गई। सभा में श्रमिकों को बताया गया कि सरकार बागान को बंद नहीं करेगी, बल्कि इसे और बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए प्रयासरत है। मुख्यमंत्री की इस पहल और राजदीप ग्वाला के नेतृत्व में हुई बैठक से श्रमिकों में नए सिरे से विश्वास जगा है, और वे अब बागान के भविष्य को लेकर अधिक आश्वस्त महसूस कर रहे हैं।