जयपुर, 26 अप्रैल। लोकसभा चुनाव में राजस्थान के सभी 25 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में आमतौर पर शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान संपन्न हो गया है। राज्य में दो चरण में मतदान हुआ। दूसरे चरण के 13 लोकसभा क्षेत्रों में 64.6 प्रतिशत मतदान हुआ। टोंक-सवाई माधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, उदयपुर, बासंवाड़ा, चितौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़-बारां लोकसभा क्षेत्रों में शुक्रवार को मतदान हुआ। इन 13 निर्वाचन क्षेत्रों के 28,758 मतदान केंद्रों पर नव विवाहित जोड़ों, दिव्यांग, थर्ड जेंडर, आदिवासियों, वृद्धों और युवाओं सहित सभी मतदाताओं ने मतदान में उत्साहपूर्वक भागीदारी की। प्रथम चरण के तहत 19 अप्रैल को 12 लोकसभा क्षेत्रों में मतदान हुआ था। प्रदेश में दोनों चरणों में 61.60 प्रतिशत अनुमानित मतदान रिकार्ड किया गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि दूसरे चरण वाले 13 लोकसभा क्षेत्रों में अनंतिम रूप से 64.6 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। इसमें पोस्टल बैलेट के माध्यम से किया गया 0.49 प्रतिशत मतदान भी शामिल है। पोलिंग से जुड़े दस्तावेजों की जांच के बाद 27 अप्रैल तक ही मतदान प्रतिशत के अंतिम आंकड़े प्राप्त हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि शाम 6 बजे तक भी कई स्थानों पर मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें लगी थीं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे से मतदाता बड़ी संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचने लगे। दिनभर मतदान केंद्रों पर हंसते-मुस्कराते, उत्साह से लबरेज मतदाताओं का तांता लगा रहा। प्रदेश के सभी लोकसभा क्षेत्रों के लिए 4 जून मतगणना होगी।
वर्ष 2019 के मुकाबले बाड़मेर और कोटा में मतदान प्रतिशत बढ़ा
इन 13 निर्वाचन क्षेत्रों में अनंतिम रूप से 64.6 प्रतिशत मतदान हुआ है। वर्ष 2019 में इन क्षेत्रों में 68.42 प्रतिशत मतदान हुआ था। कोटा और बाड़मेर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में वर्ष 2019 के मुकाबले मतदान प्रतिशत बढ़ा है। कोटा में वर्ष 2019 में 70.22 प्रतिशत था, इस बार यह आंकड़ा 71.42 प्रतिशत हो गया है। बाड़मेर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में वर्ष 2019 में 73.3 प्रतिशत मतदान हुआ था, इस वर्ष इस क्षेत्र में 74.25 प्रतिशत मतदान हुआ है।
दूसरे चरण वाले 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से वर्ष 2019 में सर्वाधिक 73.13 फीसदी मतदान बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र और सबसे कम 62.31 प्रतिशत मतदान पाली लोकसभा क्षेत्र में हुआ था। अंनतिम आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष सर्वाधिक 74.25 प्रतिशत मतदान बाड़मेर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में हुआ है। साथ ही, बागीदौरा विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में ईवीएम से करीब 77 प्रतिशत मतदान हुआ है।
निर्वाचन क्षेत्रवार वर्ष 2024 और (वर्ष 2019) का मतदान प्रतिशत
द्वितीय चरण-
टोंक-सवाई माधोपुर: 56.55 (63.44 )
अजमेर: 59.22 (67.32 )
पाली: 56.8 (62.98 )
जोधपुर: 63.3 (68.89 )
बाड़मेर: 73.68 (73.3 )
जालोर: 62.28 (65.74 )
उदयपुर: 64.01 (70.32 )
बांसवाड़ा: 72.24 (72.9 )
चित्तौड़गढ़: 67.83 (72.39 )
राजसमंद: 58.01 (64.87 )
भीलवाड़ा: 60.1 (65.64 )
कोटा: 70.82 (70.22 )
झालावाड़-बारां: 68.72 (71.96 )
प्रथम चरण
गंगानगर : 67.21 (74.77)
बीकानेर : 54.57 (59.43)
चूरू : 64.22 (65.90)
झुंझुनूं : 53.63 (62.11)
सीकर : 58.43 (65.18)
जयपुर ग्रामीण : 57.65 (65.54)
जयपुर : 63.99 (68.48)
अलवर : 60.61 (67.17)
भरतपुर : 53.43 (59.11)
करौली-धौलपुर : 50.02 (55.18)
दौसा : 56.39 (61.50)
नागौर : 57.60 (62.32)
राज्य में प्रथम चरण के तहत 12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 58.28 प्रतिशत मतदान
मुख्य निर्वाचन अधिकारी गुप्ता ने बताया कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार, निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ. सुखबीर सिंह संधु के नेतृत्व में बेहतर कार्य योजना, तकनीकी नवाचारों और गहन मॉनिटरिंग के फलस्वरूप मतदान निर्बाध और सुचारू ढंग से सम्पन्न हुआ। उल्लेखनीय है कि निर्वाचन आयोग ने स्वतंत्र, निष्पक्ष, सुगम और समावेशी चुनाव सम्पन्न करवाने के लिए पड़ोसी राज्यों के मुख्य सचिवों, पुलिस महानिदेशकों सहित विभिन्न प्रवर्तन एजेंसियों के साथ व्यापक और नियमित रूप से स्थिति एवं चुनाव सम्बंधी तैयारियों की समीक्षा की थी।
27,140 मतदान केंद्रों पर लाइव वेबकास्टिंग से निगरानी
प्रदेशभर में 53,128 मतदान केन्द्रों पर वोट डाले गए। इसमें से 27,140 बूथों पर मतदान प्रक्रिया की लाइव वेबकास्टिंग करवाई गई। दूसरे चरण में मतदान वाले क्षेत्रों में 14,460 बूथों की मतदान प्रक्रिया की लाइव वेबकास्टिंग की गई। सभी मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं के सुविधा को ध्यान में रखते हुए रैम्प, पीने के पानी, छाया, व्हीलचेयर और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए वाहन सहित अन्य व्यवस्थाएं की गईं।
महिलाओं, युवाओं और दिव्यांगों के प्रोत्साहन के लिए विशेष बूथ
भारत निर्वाचन आयोग की पहल पर लोकतंत्र के उत्सव में युवाओं, महिलाओं और दिव्यांगों की भागीदारी के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से दोनों चरणों के मतदान के दौरान कुल 3,400 विशेष मतदान केंद्र बनाए गए। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 4-4 बूथ महिलाओं और युवाओं तथा एक बूथ दिव्यांग कार्मिकों द्वारा संचालित किया गया। इस प्रकार 1,600-1,600 बूथ महिलाओं और युवाओं द्वारा तथा 200 मतदान केंद्र दिव्यांग कार्मिकों द्वारा संचालित किए गए।
सभी आयु वर्ग के मतदाताओं में सेल्फी का क्रेज, 32,604 सर्टिफिकेट जारी
मतदान केंद्रों पर सेल्फी बूथ बनाए गए। युवाओं और महिलाओं सहित सभी आयुवर्ग के मतदाताओं में सेल्फी का क्रेज रहा। दोनों चरणों में 32,604 मतदाताओं ने मतदान करने के बाद सेल्फी ली और सीईओ राजस्थान की वेबसाइट पर अपलोड कर डिजिटल सर्टिफिकेट प्राप्त किया। इसके साथ ही युवा मतदाताओं ने सेल्फी लेकर सोशल मीडिया पर भी अपलोड की। पहली बार मतदान करने वाले युवाओं सहित अन्य मतदाताओं को मतदान केंद्रों पर प्रमाण-पत्र भी दिए गए।
3.28 लाख मतदानकर्मी, 1.59 लाख सुरक्षाकर्मी
स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए कानून व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए। प्रदेश में 3,28,515 अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा मतदान करवाया गया। शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न कराने के लिए कुल 1,59,449 सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई। इनमें राजस्थान पुलिस के कार्मिकों के साथ-साथ, होमगार्ड, फॉरेस्ट गार्ड एवं आरएसी जवान तैनात किए गए। केंद्रीय पुलिस बलों की 175 कंपनियों ने भी मतदान के दौरान कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा में सहयोग किया। चुनाव कार्य के लिए 43,405 छोटे-बड़े वाहन अधिग्रहित किए गए।
रिकॉर्ड 919 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की जब्ती
चुनाव में धन-बल का दुरुपयोग रोकने के लिए प्रदेशभर में 1 मार्च से अब तक 919.02 करोड़ रुपये मूल्य की नकदी, शराब, ड्रग्स सहित अन्य अवैध सामग्री जब्ती की गई है। लोकसभा आम चुनाव की आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के बाद से अब तक 820.89 करोड़ रुपये मूल्य की नकदी सहित अन्य अवैध सामग्री जब्त की गई है।
5.35 करोड़ मतदाता, 266 प्रत्याशी
लोकसभा आम चुनाव-2024 के तहत प्रदेशभर में 5,35,08,010 मतदाता पंजीकृत हैं। प्रदेश के सभी 25 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कुल 266 प्रत्याशी हैं। इसमें 247 पुरूष और 19 महिलाएं हैं।