जोरहाट (असम), मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि असम के लोग अब इन्क्लाब जिंदाबाद में नहीं, बल्कि खेल-धूप में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि आज खेल महारण, संस्कृत महारण जैसे कार्यक्रमों के जरिए लोगों को उनकी क्षमताओं के अनुरूप विकसित करने के काम में लगाया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय था जब इसकी कल्पना भी नहीं हो सकती थी कि जोरहाट से माजुली तक पुल बनेगा। लेकिन, आज यह संभव हो रहा है। 2026 तक यह पुल बनकर तैयार हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जोरहाट से लखीमपुर जाने के लिए माजुली होते हुए बेहतर रास्ता तैयार हो जाएगा। इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रह्मपुत्र में सुरंग के जरिए जोरहाट से गहपुर तक एक विशेष रास्ता बन जाएगा। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के ऊपर से 32 किलोमीटर का फ्लाई ओवर बन जाने के बाद गुवाहाटी से जोरहाट लोग 4 घंटे में पहुंच जाएंगे।
उन्होंने कहा कि आज विकास की राजनीति हो रही है। लोगों को भूमि का पट्टा देने के लिए बसुंधरा योजना शुरू की गई। उन्होंने कहा कि पहले भी तो इस प्रकार की योजनाएं शुरू की जा सकती थी, लेकिन किसी ने सोचा तक नहीं।
मुख्यमंत्री आज जोरहाट लोकसभा क्षेत्र के भाजपा उम्मीदवार तपन गोगोई के समर्थन में टियक में एक चुनावी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक देश में ऐसा कोई प्रधानमंत्री नहीं हुआ जो अपने गले में असमिया फुलम गमछा लगाकर घूमता हो। ऐसा प्रधानमंत्री जिसे गले में असमिया गमछा लगाकर शक्ति और प्रेरणा मिलती हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी असम के लिए हमेशा ही विशेष चिंतन करते हैं, यही वजह है कि आज असम की सूरत बदल रही है। उन्होंने कहा कि अब तक प्रधानमंत्री मोदी 26 बार असम आ चुके हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस आईसीयू में जा चुकी है, इसलिए वह कांग्रेस की बातें अधिक नहीं कहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब नकारात्मक राजनीति नहीं, बल्कि विकास की राजनीति हो रही है। अमृत वृक्ष योजना के जरिए एक साथ इतने पेड़ असम में कभी नहीं लगाए गए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि असम का हर आदमी आज भाजपा के इन कार्यों का कायल हो चुका है। यही वजह है कि कांग्रेस का लगातार सफाया होता जा रहा है और भाजपा मजबूत होती जा रही है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रही कई योजनाओं की चर्चा की।