सिलचर, 13 अप्रैल 2025 — सिलचर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बेरेंगा गांव में रविवार को वक्फ अधिनियम के विरोध में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान उपद्रव करने वाले सात लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
सूत्रों के अनुसार, 13 अप्रैल को सुबह लगभग 9:30 बजे, करीब 300 लोग बेरेंगा गांव में एकत्र हुए और वक्फ अधिनियम के विरोध में सिलचर शहर की ओर मार्च करने लगे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सिलचर पुलिस थाना की टीम, जीओ (गज़ेटेड ऑफिसर) के साथ मौके पर पहुँची और भीड़ को रोकने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया गया। इसके बाद भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया।
घटना को लेकर सिलचर थाना में केस संख्या 401/25 दर्ज किया गया है, जिसमें भारतीय दंड संहिता (BNS) की धाराएं 191(2), 191(3), 190, 223, 125, 132, 121(2), 121(1) तथा पीडीपीपी अधिनियम (Prevention of Damage to Public Property Act) की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने रविवार रात बगदाहर और काशीपुर क्षेत्र में सघन अभियान चलाया और उपद्रव में मुख्य भूमिका निभाने वाले सात आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान इस प्रकार की गई है:
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नजमुल इस्लाम लस्कर उर्फ काबलू, पिता: लेफ्टिनेंट खोलिलुर रहमान लस्कर, निवासी बेरेंगा पीटी-III
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बिदर लस्कर (32 वर्ष), पिता: मद्रीश अली लस्कर, निवासी काशीपुर पीटी-1
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रोहित हुसैन लस्कर (19 वर्ष), पिता: अल्ताफ हुसैन लस्कर, निवासी बगदाहर
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दिलवर हुसैन (30 वर्ष), पिता: सारिफ उद्दीन लस्कर, निवासी बेरेंगा पीटी-IV
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रोहित अहमद मजूमदार (19 वर्ष), पिता: लेफ्टिनेंट ताज उद्दीन मजूमदार, निवासी बेरेंगा पीटी-IV
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अतीकुर रहमान लस्कर (25 वर्ष), पिता: अताबुर रहमान लस्कर, निवासी बेरेंगा पीटी-IV
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रियाजुल लस्कर (24 वर्ष), पिता: लेफ्टिनेंट इमाम उद्दीन लस्कर, निवासी बेरेंगा पीटी-IV
पुलिस अधीक्षक नुमल महता ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि यह प्रदर्शन सुनियोजित था और बाहरी तत्वों द्वारा माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई थी। उन्होंने कहा, “उपद्रव में शामिल सभी आरोपियों की पहचान की जा रही है और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे कानून के दायरे में लाकर कार्रवाई की जाएगी।”
फिलहाल मामले की जांच जारी है और अन्य संदिग्धों की तलाश भी की जा रही है।





















