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शिलचर मालुग्राम निवासी प्रतिष्ठित साहित्यकार और शिक्षाविद अशोक वर्मा की बड़ी बहन 81 वर्षीय जयंती देवी वर्मा का 19 जनवरी की मध्य रात्रि बृहस्पतिवार को 12:10 पर शिलचर मेडिकल कॉलेज में स्वर्गवास हो गया। पिछले 13 जनवरी को उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हो गया था और वह मेडिकल कॉलेज में एडमिट थी। चिकित्सकों के सभी प्रयासों के बावजूद बृहस्पतिवार को उनकी आत्मा परमात्मा में विलीन हो गई। मूल रूप से सिंगलाछोड़ा, करीमगंज निवासी स्वर्गीय विद्यासागर वर्मा जिनका देहांत 1980 में हो गया था, की धर्मपत्नी थी जयंती देवी। स्वर्गीय विद्यासागर वर्मा को ऑपरेटिव में वरिष्ठ निरीक्षक थे। एक अद्भुत संजोग हुआ कि उनके पति का देहांत भी 20 तारीख को हुआ था और दिन बृहस्पतिवार था और जयंती देवी वर्मा का निधन भी 20 तारीख बृहस्पतिवार के दिन हुआ। उनका अंतिम संस्कार आज ही शिलचर श्मशान में परिवार जनों और शुभचिंतक हो की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
पति के निधन के बाद संघर्षपूर्ण जीवन व्यतीत किया जयंती देवी ने बच्चों को पाल पोस कर बड़ा किया, सब का शादी विवाह किया। धर्म परायण, सामाजिक प्रवृत्ति की, परोपकारी महिला थी जयंती देवी। उनका मायका लाला मुख चाय बागान में था किंतु उनका विवाह काशीपुर से हुआ था। वे अपने पीछे चार पुत्री नंदा, श्यामा, रमा और सीमा तथा 2 पुत्र विष्णु और राजू सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गई है। विष्णु वर्मा केंद्रीय विद्यालय में वरिष्ठ शिक्षक है जबकि राजू वर्मा शिलचर विद्युत विभाग में नौकरी करते हैं।