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विज्ञान व प्रौद्योगिकी का उपयोग समाज की भलाई के लिए हो : मुख्यमंत्री

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गुवाहाटी-  मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग समाज और देश की भलाई के लिए होना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज के विकास, इसकी प्रगति व समृद्धि में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का काफी महत्व है। ये बातें मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कामरूप जिला के अमीनगांव स्थित आईआईटी गुवाहाटी परिसर में आयोजित नॉर्थ ईस्ट रिसर्च कांक्लेव 2022 को संबोधित करते हुए कही। इस दौरान असम सरकार और आईआईटी गुवाहाटी के संयुक्त तत्वावधान में आईआईटी परिसर में 546 करोड़ों रुपए की अनुमानित लागत से प्रस्तावित एक अत्याधुनिक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल से संबंधित एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।

अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि, जल संसाधन, मौलिक आधारभूत ढांचे आदि को विकसित करने के क्षेत्र में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विशिष्ट एवं उद्देश्यपरक समाधान सामने ला सकता है।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में आईआईटी गुवाहाटी की टीम को इतने बड़े स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करने के लिए धन्यवाद् दिया। उन्होंने कहा कि देश भर में यह अपने तरह का इकलौता कार्यक्रम है। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने नई शिक्षा नीति में रिसर्च एवं इनोवेशन पर अधिक बल दिए जाने की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि समाज में उत्पन्न होने वाली जरूरतों को पूरा करने में विज्ञान की अहम भूमिका हो सकती है। लेकिन, इसके लिए सतत् एवं प्रतिस्पर्धात्मक तरीके से आगे बढ़ना होगा।

उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में अपार संभावनाएं हैं, जिनके दोहन में विज्ञान मददगार साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि कई शैक्षणिक संस्थाएं पूर्वोत्तर में वैज्ञानिक शोध तथा विकास संबंधी कार्य करते रहे हैं।

अपने संबोधन के बाद मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों द्वारा साइंस एंड टेक्नोलॉजी पर आधारित प्रदर्शनी का भी मुआयना किया। इस अवसर पर असम सरकार और आईआईटी गुवाहाटी के बीच एक अत्याधुनिक मल्टीडिसीप्लिनरी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनाने को लेकर भी समझौता पत्र पर औपचारिक रूप से हस्ताक्षर किया गया। अमीनगांव स्थित आईआईटी गुवाहाटी परिसर में 546 करोड रुपए की अनुमानित लागत से यह हॉस्पिटल त्वरित गति से बनवाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस हॉस्पिटल के जरिए अत्याधुनिक तकनीकि का उपयोग करते हुए मेडिकल साइंस के क्षेत्र में शोध करने का एक प्लेटफार्म तैयार होगा।

कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान समेत कई मंत्री मौजूद थे। अपने संबोधन में प्रधान ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विकास की दिशा में मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा द्वारा उठाए जा रहे साहसिक कदमों की सराहना की ।

आज के इस कार्यक्रम में केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी तथा जल मार्ग विकास मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, केंद्रीय पेट्रोलियम राज्य मंत्री रामेश्वर तेली, केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार, केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह, असम सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ. रनोज पेगू एवं केशव महंत, सांसद क्वीन ओझा, सिक्किम के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री कर्मा लोडी भूटिया समेत बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

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