संयुक्त राष्ट्र, 25 जनवरी (हि.स.)। चीन प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में दुनिया का शीर्ष देश बन गया है। संयुक्त राष्ट्र के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक़ अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए चीन दुनिया का वो देश बन गया है जहां सबसे अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ। इससे पहले अमेरिका एफडीआई के लिहाज़ से शीर्ष देश था लेकिन बीते साल यहां विदेशी कंपनियों का प्रत्यक्ष निवेश लगभग आधे से भी कम रहा। यही वजह है कि अब चीन एफ़डीआई के मामले में शीर्ष पर पहुंच गया है।
आंकड़ों के अनुसार चीनी कंपनियों में प्रत्यक्ष निवेश चार प्रतिशत तक बढ़ा है। इससे एक और बात स्पष्ट है कि विश्व के आर्थिक मंच पर चीन का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है ।
चीन हो रहा हावी
संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन (यूएनसीटीएडी) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन में पिछले साल 163 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ जबकि अमेरिका में 134 अरब डॉलर का निवेश हुआ । इससे पहले साल 2019 में अमेरिका में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 251 अरब डॉलर था जबकि चीन इससे काफी पीछे था । साल 2019 में चीन में 140 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ था ।
भले ही नए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिहाज़ से चीन ने पहला स्थान हासिल कर लिया हो लेकिन अगर कुल विदेशी निवेश की बात करें तो वहां अभी भी अमेरिका का ही दबदबा है । ये तथ्य इस बात का भी सूचक है कि दशकों से अमेरिका विदेशों में विस्तार की तलाश और ऐसी सोच रखने वालों को लुभाता रहा है लेकिन विशेषज्ञ इस बात पर ज़ोर देते हैं कि यह आंकड़े स्पष्ट तौर पर ये दर्शाते हैं कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के केंद्र में आने के लिए चीन के सतत प्रयास अब परिणाम के तौर पर नज़र आने लगे हैं और धीरे-धीरे ही सही वो दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था यानी अमेरिका पर हावी हो रहा है ।
ब्रिटेन स्थित सेंटर फ़ॉर इकोनॉमिक्स एंड बिज़नेस रिसर्च के अनुसार चीन और अमेरिका के बीच मौजूदा समय में जो व्यापार-युद्ध जैसी स्थिति है वो किसी से छिपी नहीं है।