फॉलो करें

विद्या भारती ने कटलीचारा में दस दिवसीय बुनियादी आचार्य प्रशिक्षण पूरा किया

53 Views
शिक्षा विकास परिषद दक्षिण असम क्षेत्र के प्रबंधन में काटलीछरा सरस्वती विद्या निकेतन में 10 दिवसीय क्षेत्रीय प्राथमिक आचार्य प्रशिक्षण संपन्न हुआ।
शिक्षा विकास परिषद दक्षिण असम क्षेत्र के संगठन मंत्री महेश भागवत, जिला लेखा परीक्षक और प्रशिक्षण अधिकारी पिंकू मालाकार, क्षेत्रीय कार्यालय अधिकारी श्री अयान चक्रवर्ती, कटलीचरा सरस्वती विद्यानिकेतन की उप प्राचार्य आचार्य श्रीमती नमिता दास और स्कूल प्रबंध समिति के सचिव श्री बच्चू गुप्ता। परिचयात्मक वक्तव्य मुख्य लेखा परीक्षक श्री पिंकू मालाकार ने दिया तथा मुख्य वक्ता संगठन मंत्री महेश भागवत जी थे। उद्घाटन समारोह के अंत में विद्या भारती की सांस्कृतिक ज्ञान परीक्षण पुस्तिका का अनावरण किया गया, इस अवसर पर सरस्वती विद्या निकेतन कलाईन के प्रमुख आचार्य सरस्वती विद्या निकेतन कलाईन भी उपस्थित थे। स्कूल के प्रबंधन संघ के सचिव बच्चू गुप्ता महाशय ने उद्घाटन समारोह में धन्यवाद ज्ञापन दिया।
प्रशिक्षण प्रतिदिन सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक 17 घंटे की अलग-अलग अवधि में आयोजित किया जाता है। प्रत्येक सुबह, प्रशिक्षण कक्षा की शुरुआत प्रथम सम्मान से होती है, उसके बाद योग, तीन सीखने की अवधि, एक बौद्धिक अवधि, एक शारीरिक और एक अभ्यास अवधि और एक गतिविधि अवधि होती है।
प्रशिक्षण वर्ग में कछार, करीमगंज, हैलाकांडी और दिमा हसावा के 20 स्कूलों के कुल 51 प्रशिक्षुओं ने भाग लिया।
शिक्षा विकास परिषद के इंस्पेक्टर श्री पिंकू मालाकार, शिक्षा विकास परिषद की कार्य समिति के सदस्य समीरन चक्रवर्ती, कटलीचरा के प्रख्यात शिक्षाविद् इंद्रनील चक्रवर्ती, सरस्वती शिशु निकेतन डोलू के प्रमुख आचार्य विवेकानंद देब पुरकायस्थ, करीमगंज डाइट के पूर्व व्याख्याता कनाईलाल डे, प्रशिक्षण वर्ग में प्रशिक्षक के रूप में प्रख्यात शिक्षाविद् रामकृष्ण चक्रवर्ती, करीमगंज सरस्वती विद्यानिकेतन के उप प्राचार्य आचार्य मनोजीत चक्रवर्ती, कतलीचरा बीएड कॉलेज की प्राचार्य गौतमी चक्रवर्ती, शिक्षा विकास परिषद के कार्यकारी समिति सदस्य चंद्रकांत दास, परिषद के उपाध्यक्ष अपूर्व कुमार नाथ ने भाग लिया. , मालुग्राम सरस्वती विद्यानिकेतन की प्रिंसिपल रूपाली दत्ता, गुरुचरण कॉलेज के रसायन विज्ञान विभाग के प्रमुख अभिजीत नाथ, करीमगंज विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मालबिका भट्टाचार्य, शिमंदा चेतना मंच के समन्वयक शंकरजी, सीमांत संगठन के मंत्री महेश भागवत, रामकृष्ण नगर कॉलेज के प्रोफेसर दीपांकर पाल और अन्य . प्रशिक्षण में प्रख्यात साहित्यकार श्री असित चक्रवर्ती, शिक्षा विकास परिषद कार्य समिति के सदस्य क्षौनीष चक्रवर्ती, चार्ल्स मार्क हायर सेकेंडरी स्कूल कटलीचरा के सेवानिवृत्त शिक्षक सुबोध रंजन दास, शिक्षा विकास परिषद के सचिव निहारेंदु धर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा बौद्धिक ज्ञान दिया गया। कार्यकारी समिति श्री सुभाष चंद्र नाथ, शिक्षा विकास परिषद के अध्यक्ष श्री निखिल भूषण डे, सीमांत संगठन मंत्री महेश भागवत, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सीमांत प्रचारक गौरांग रॉय आदि। अभ्यास और गतिविधियों के दौरान कोच के रूप में अयान चक्रवर्ती, साधन कुमार दास, संगीता चक्रवर्ती, सुप्रिया दास, कुणालजीत देव, रूपाली दत्ता, मेघानजन चक्रवर्ती, सत्यजीत डे, नमिता दास, विप्रजीत, बनमाली शुक्लवैद्य, विवेक तिवारी, पिंकू मालाकार आदि ने मदद की। साथ ही संध्या बंदना कलमश में कृष्णकांत संधिकई राज्य मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय निदेशक विश्वजीत पुरकायस्थ महाशय, शिक्षाविदों और कटलीचरा क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने अलग-अलग दिन दीप जलाए।
प्रशिक्षण वर्ग के दूसरे दिन विद्या भारती के पद क्षेत्र संगठन मंत्री डॉ. पवन तिवारी जी की उपस्थिति में प्रशिक्षणार्थियों का मार्गदर्शन किया गया। प्रशिक्षण वर्ग के आठवें दिन विद्या भारती के संरक्षण आंदोलन के संदेश के साथ एक नवीन गतिविधि की गई पर्यावरण। इस कार्यक्रम में कैटलीचरा सरस्वती विद्यानिकेतन के 51 छात्र-छात्राओं के साथ प्रशिक्षण में उपस्थित 51 प्रशिक्षुओं ने कैटलीचरा के विभिन्न स्थानों पर 51 पौधे लगाए। प्रशिक्षण के अंतिम दिन प्रशिक्षुओं का लिखित मूल्यांकन किया जाता है। प्रशिक्षण के समापन सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में शिक्षा विकास परिषद दक्षिण असम क्षेत्र के सह संपादक एवं करीमगंज सरस्वती विद्यानिकेतन के प्रधान शिक्षक अंजन गोस्वामी, क्षेत्रीय प्रशिक्षण अधिकारी पिंकू मालाकार, पूर्व प्राचार्य उपस्थित थे एसके रॉय कॉलेज कटलीछरा के दीपक आइच भी उपस्थित थे। सुमरोप ​​सातरा में प्रशिक्षण प्रबंधक पिंकू मालाकार द्वारा 10 दिवसीय प्रशिक्षण कक्षाओं का पूरा चक्र संचालित किया गया। प्रशिक्षण में विद्यार्थियों से मुखातिब होते हुए मुख्य वक्ता अंजन गोस्वामी ने इस प्रशिक्षण वर्ग में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले आचार्यों से कहा कि जब भी इस प्रशिक्षण में लिया गया प्रशिक्षण अपने-अपने विद्यालयों में कार्यरूप में परिणत होगा तो यह प्रशिक्षण वर्ग सफल होगा। समापन सत्र के अंत में 51 प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र दिये गये। शिक्षा विकास परिषद दक्षिण असम क्षेत्र सह संस्कृत प्रमुख एवं नीलमबाजार सरस्वती विद्यानिकेतन प्रमुख आचार्या श्रीमती ने बंदेमातरम के माध्यम से 10 दिवसीय प्रशिक्षण के समापन की घोषणा की।

Share this post:

Leave a Comment

खबरें और भी हैं...

लाइव क्रिकट स्कोर

कोरोना अपडेट

Weather Data Source: Wetter Indien 7 tage

राशिफल