नई दिल्ली. यूं तो भ्रष्टाचार की जड़ें दूर-दूर तक फैली हैं लेकिन पूरे विश्व में कौन सा देश इससे सबसे ज्यादा प्रभावित है इसका लेखा जोखा भी हर साल तैयार होता है. ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल संगठन की ओर से विश्व भर के सभी देशों का सर्वे कर उन्हें भ्रष्टाचार के मामले में रैंकिंग देता है. यह सर्वे संस्था की से हर साल किया जाता है. आइए देखें भ्रष्टाचार के मामले में भारत कितने देशों से पीछे हैं.
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की ओर से इस बार के भ्रष्ट देशों की लिस्ट जारी कर दी गई है. ऐस में संगठन की ओ से 180 देशों का सर्वे किया गया है. इसमें विश्व के भ्रष्ट देशों की रैंकिंग की गई है.
निया के सबसे भ्रष्ट देशों में सोमालिया एक नंबर के साथ टॉप पर है. रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार सोमालिया में होता है. इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर वेनेजुएला देश है. तीसरे नंबर पर सीरिया है, जबकि चौथे नंबर पर साउथ सूडान है. यमन भ्रष्टाचार के मामले में पांचवें नंबर पर आता है.
100 की लिस्ट में भारत का भी नाम
भ्रष्टाचार के मामले में भारत को 93वां स्थान मिला है. ऐसे में 92 देश ऐसे में जहां भारत से ज्यादा भ्रष्टाचार व्याप्त है. ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की ओर से मार्किंग में भारत को 100 में से 39 नंबर दिए गए हैं. वर्ष 2022 में जारी की गई लिस्ट में भारत 85वें नंबर पर था. ऐसे में 8 पायदान पीछे पहुंचने का मतलब है कि भ्रष्टाचार में कुछ गिरावट आई है. ऐसे में 87 देशों में भारत से कम भ्रष्टाचार है. पड़ोसी देशों की बात करें तो चीन में भारत के मुकाबले कम भ्रष्टाचार है जबकि पाकिस्तान में करप्शन भारत के मुकाबले काफी अधिक है.
डेनमार्क में सबसे कम भ्रष्टाचार
रिपोर्ट में सामने आया है कि दुनिया में सबसे कम भ्रष्टाचार डेनमार्क में है. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. 6 सालों से डेनमार्क इस लिस्ट में सबसे अंतिम स्थान पर अपनी जगह बनाए हुए है. हर साल ये लिस्ट जारी की जाती है.