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नई दिल्ली 11 मार्च। विश्व व्यापार संगठन के द्वारा आबू धाबी में विगत दिनों आयोजित मंत्री स्तरीय सम्मेलन में भारत सरकार के द्वारा जिस तरीके से राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुये देश के किसानों एवं मछुवारों के हितों की रक्षा की है। उसको लेकर किसानों के सबसे बड़े संगठन भारतीय किसान संघ ने भारत सरकार की सराहना की है। किसान संघ के अखिल भारतीय महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र ने बताया कि मंत्री स्तरीय सम्मेलन में भारत सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पियूष गोयल शामिल हुये थे। जिसमें श्री गोयल ने देश में खाद्यान्न सुरक्षा के लिये पर्याप्त खाद्यान्नों का भंडारण और उसके लिये किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदी करना, मछुआरों के लिये आर्थिक सहायता देने जैसे विषयों पर भारत सरकार के दृढ़ निश्चय को विश्व के समक्ष रखा है। जिसे अन्य देशों का समर्थन मिलना भारत की कूटनीतिक जीत को प्रदर्षित करता है। श्री मिश्र ने आगे कहा कि भारत सरकार के इस निर्णय के साथ देश का सबसे बड़ा किसान संगठन भारतीय किसान संघ सरकार के साथ है।
महामंत्री मोहिनी मोहन मिश्र ने कहा कि भारतीय किसान संघ की मांग रही है कि बाजार के भाव नियंत्रण के साथ साथ आयात निर्यात नीति किसान हितैषी बने। जिसका ध्यान रखते हुये भारत सरकार ने प्याज एवं गैर बासमजी चावल के निर्यात पर जारी प्रतिबंधों के बीच बांग्लादेश को पचास हजार टन प्याज, अरब अमीरात को चौदह हजार चार सौ टन प्याज, तंजानिया को तीस हजार टन गैर बासमती तथा जिबूती गिनी बिसाउ देश को अस्सी हजार टन टूटे चावल के निर्यात की अनुमति दी। निर्यात पर प्रतिबंध के बीच में भारत सरकार का यह निर्णय देश के प्याज व गैर बासमती उत्पादक किसानों को आर्थिक सबल बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। किसान हितैषी नीति और निर्णयों के साथ भारतीय किसान संघ हमेशा सरकार के साथ है।