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विश्व हिंदू परिषद का मूल सेवाभाव रहा है- अजय पारीक

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 विश्व हिंदू परिषद केंद्रीय सह मंत्री एवं राष्ट्रीय सहसेवा प्रमुख अजय पारीक जी पूर्वोत्तर भारत असम क्षेत्र में चल रहे विश्व हिंदू परिषद के 10 दिवसीय परिषद शिक्षा वर्ग दक्षिण पूर्व असम अगरतला सेवा धाम में एवं उत्तर पूर्व असम का फूलेनी छात्रावास में एवं विश्व हिंदू परिषद पांचजन्य भवन गुवाहाटी 20 नवम्बर को शाम 7 बजे संगठन एवं आत्मनिर्भर भारत कि दो बैठके संपन्न हुई. जिसमें उन्होंने बताया 1964 से विश्व हिंदू परिषद की स्थापना का मूल भाव हिंदू मान बिन्दुओं की रक्षा करना एवं अभावग्रस्त बंधुओं की पूर्ति करना ही सेवा है। हिंदू परिषद द्वारा रचनात्मक कार्य के साथ-साथ आंदोनात्मक भी कार्यक्रम हुए। श्री राम जन्म भूमि का आंदोलन सफलता प्राप्त हुई। रामसेतु का आंदोलन, यूपीए सरकार रामसेतु तोड़ने का पूरा प्रयास किया लेकिन हिन्दु समाज ने पूरे देश में चक्का जाम हुआ, आंदोलन हुआ, सरकार को झुकना पड़ा |  गौरक्षा का आंदोलन संपूर्ण देश में चल रहा है, सफलता प्राप्त हो रही हैं। अनेक राज्यों में कानून बन रहे व गोवंश विकास हेतु आयोगों का गठन हो रहा है। अमरनाथ की यात्रा आतंकवादियों ने धमकी दी थी धमकी का सामना किया सफलता प्राप्त हुई । अभी इस साल अमेरिका में 11 राज्यों में के मा. राज्यपालों ने बड़ी संख्या में सरकारी खर्चे से हिंदूओ गौरवशाली पर्व त्योहार दीपावली पर होल्डिंग लगाई गई, बहुत सम्मानजनक कार्य किया गया।
हम जहां भी रहे हमारी पहचान विश्व हिंदू परिषद हिंदुत्व से है समाज के बंधुओं को हमें अपनी विचारधारा से अवगत कराना चाहिए ।
20 नवंबर को शाम के 7:00 बजे पांचजन्य भवन विश्व हिंदू परिषद कार्यालय में आत्मनिर्भर भारत बैठक संपन्न हुई, जिस का संचालन महानगर संपादक चंदन राभा ने किया। प्रांत सेवा प्रमुख दिवाकर बोरा जी ने अजय जी का सम्मान किया। अजय जी ने बताया महानगर में ऐसी बस्तियों का चयन करें जो पिछड़ी बस्तियाँ  है, उन बस्तियों में भाइयों एवं बहनों को कंप्यूटर, बुटीक, इलेक्ट्रिकल, एवं प्लंबर होम केयर आदि को कौशल विकास योजना के अंतर्गत प्रशिक्षण दिलवाकर सरकार द्वारा बैंक से लोन दिलवा कर अपना कार्य प्रारंभ कर सके, जिसमें  हमारी भूमिका सेतु की होनी चाहिए।
अजय जी ने जानकारी दी है कि देश भर में विश्व हिंदू परिषद द्वारा 6500 सेवा कार्य संचालित हैं। जिसमें मुख्यतः छात्रावास  100, विद्यालय 600, बाल कल्याण केंद्र (अनाथालय) 32, चिकित्सा स्वास्थ्य 1600, संस्कार शालाएं 250 , इसके साथ साथ मोबाइल डिस्पेंसरी, कंप्यूटर सेंटर, सिलाई केंद्र, स्वयं सहायता समूह एवं कौशल विकास के केंद्र संचालित हैं। बैठक में विश्व हिंदू परिषद गौ रक्षा केंद्रीय मंत्री एवं पूर्वोत्तर भारत असम क्षेत्र के पालक उमेश चन्द्र पोरवाल जी ने गाय के गोबर से बनने वाले अनेक गो उत्पाद धूपबत्ती, मंजन, मच्छर क्याल एवं गोमूत्र से बनने वाली गोनाइल, फसल रक्षक कीट नियंत्रण आदि के बारे में जानकारी दी।
 बैठक में मुख्य रूप से ध्रुव ज्योति कलिता जिला सेवा प्रमुख, प्रसन्ना नाह, जिला सह मंत्री एवं पालक बजरंगदल आदि उपस्थित थे।

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