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दुमदुमा प्रेरणा भारती 3 फरवरी : युवाओं को आत्मनिर्भर तथा कौशल विकास योजना के अंतर्गत उद्योग विकास के बढ़ावा देने के आलोक पर दुमदुमा के वीर राघव मोरान सरकारी आदर्श महाविद्यालय में हस्तशिल्प और हथकरघा को बढ़ावा देने के लिए बुनाई पर एक परियोजना शुरू करने के लिए एक उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। उक्त परियोजना भारत सरकार के तहत कौशल विकास और उद्यमिता की प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना का एक हिस्सा है। यह कार्यक्रम बड़ी संख्या में भारतीय युवाओं को उद्योग प्रासंगिक प्रशिक्षण लेने में सक्षम बनाने के लिए एक कौशल प्रमाणन योजना की शुरुआत का प्रतीक है। कार्यक्रम की अध्यक्षता वीर राघव मोरान सरकारी आदर्श महाविद्यालय के प्रिंसिपल डॉ.अमरजीत सैकिया ने किया। प्रसिद्ध चिकित्सक और वीर राघव मोरान सरकारी आदर्श महाविद्यालय के प्रबंधक समिति के अध्यक्ष डॉ. प्रणब ज्योति डेका ने बुनाई स्टेशन का उद्घाटन किया। द असम ट्रिब्यून के वरिष्ठ पत्रकार अभिजीत खाटनियार इस अवसर पर सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे। दुमदुमा कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अंजन सैकिया आमंत्रित अतिथियों में से एक थे। कॉलेज के प्राचार्य के साथ आमंत्रित अतिथियों ने नौकरियों के संभावित अवसरों के बारे में चर्चा की। सभा में बेरोजगारी के मुद्दे और कौशल आधारित नौकरी , आत्मनिर्भरता को उत्पन्न करने के लिए उठाए जा सकने वाले आवश्यक कदमों पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। शुरू की गई परियोजना दुमदुमा के एक प्रसिद्ध उद्यमी मंदीरा मोरान द्वारा संचालित किया जाएगा। इस परियोजना में पहले छह महीनों के लिए साठ छात्रों को शामिल किया जाएगा और उन्हें छात्रवृत्ति और प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। इस परियोजना का लक्ष्य समुदाय से अधिक भागीदारी प्राप्त करना है। आज के कार्यक्रम में स्थानीय लोगों की भागीदारी देखी गई जो इस बुनाई पाठ्यक्रम में भी रुचि रखते हैं। कॉलेज के प्रिंसिपल ने असाध्य रूप से बीमार रोगियों के अस्पताल परिचारकों के लिए तीन महीने के आगामी कार्यक्रम की भी घोषणा की। आगामी परियोजना कॉलेज परिवार का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है और इसका उद्देश्य बिस्तर पर पड़े और असाध्य रूप से बीमार रोगियों की देखभाल के लिए युवाओं को प्रशिक्षित करना है। कार्यक्रम का समन्वयन विश्वजीत सोनोवाल, करोबी दत्त, चंदन पाटगिरी और डॉ.काकली दास ने किया।