– मदन सिंघल
भारत में दो बङी कंपनियों ने वैक्सीन बनाकर एक रिकॉर्ड बनाया है तथा लगभग तीन कंपनियों की वैक्सीन जल्द ही बाजार में आने वाली है.भारत ने विश्व के अनेक देशों में कोराना वैक्सीन भेजी गयी है वही भारत में फ्रंट लाइन के कर्मियों के साथ पुलिस, सुरक्षा बलों, मिडिया तथा देश के राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री भी वैक्सीन ले चूके है.भ्रांतियां इतनी फैलाई जा रही है जिसके चलते साधारण व्यक्ति भयभीत है कि जब मैं स्वस्थ तथा फिट हूँ तो अप्रिय बिगाड़ के लफङे में यानि कोई इन्फेक्शन होने के भय से क्यों लूं. वही साठ साल से कम उम्र के सुगर किडनी ह्रदय रोग तथा अन्य बिमारी वाले लोग चिकित्सकों के साथ परामर्श के साथ ले रहे हैं.
हालांकि कोविद नियंत्रण में है लेकिन कुछेक राज्यों में फिर से पांव पसार रहा है इसलिए मास्क एवं सामाजिक दूरी का पालन करने से अपने परिवार के साथ देश के लिए हमें सयंम रखना चाहिए.अब तक करोङों लोगों को वैक्सीन दी गई है जो वरियता के अनुसार जारी है लेकिन लोगो में जहाँ वैक्सीन लेने की होङ लगी है वही काफी लोग बचते नजर आ रहें हैं.
इस वैक्सीन लगाने के समय भारत के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव भी है चुनाव आयोग ने चुनाव से जुड़े लोगों को वैक्सीन लेने के लिए कहा है ताकि चुनाव स्वस्थ हों.लेकिन एक तबका लोगों को बहकाने में लगा है जो देश के हित में नहीं है.
कोराना वैक्सीन लगाने में जहाँ केंद्र एवं राज्य सरकार जन जागरण अभियान चला रहे हैं वैसे ही सामाजिक धार्मिक सांस्कृतिक संगठनों को भी प्रचार प्रसार करने के साथ सहयोग करना चाहिए.