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यशवन्त पाण्डेय, शिलकुड़ी 2 जुलाई। शिलकुड़ी कैंप स्थित नेताजी इंस्टीट्यूट फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर में एनआईवीटी मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया और पास आउट छात्रों के बीच प्रमाण पत्र वितरित किए गए। रविवार को मुख्य अतिथि के रूप में एनआईटी शिलचर के डिप्टी रजिस्ट्रार निहारेंदु धर, विशिष्ट अतिथि के रूप में असम विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रदोष किरण नाथ, विद्या भारतीय दक्षिण असम प्रांत के संगठन मंत्री महेश भागवत, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ दक्षिण असम प्रांत के प्रचारक गौरांग रॉय, नेताजी इंस्टीट्यूट फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर के वरिष्ठ शिक्षक संजीव के सेन और एनआईवीटी नेता चंद्र कांत दास उपस्थित थे।
कार्यक्रम में आरएसएस दक्षिण असम के प्रचारक गौरांग रॉय ने कहा कि उद्यमियों के माध्यम से समाज को आगे बढ़ाया जा सकता है, घर बैठकर कुछ नहीं किया जा सकता है, काम के लिए दृढ़ संकल्प की जरूरत होती है, हर एप्लीकेशन की मदद से देश की कई बातें पता चलती हैं, ओवाईओ एप्लीकेशन एक युवा ने डेवलप किया, इस ऐप के जरिए आप देश के छोटे-बड़े सभी तरह के होटलों की जानकारी पा सकते हैं। इस एप के जरिए होटलों की पहचान कर सकते हैं और कहां रुकना है इसकी भी पहचान कर सकते हैं। यह एक पहल है। चंद्रकांत दास ने शिलकुड़ी कैंप में जो पहल शुरू की है, उससे बराक घाटी के युवाओं को बहुत फायदा होगा ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एनआईटी शिलचर के डिप्टी रजिस्ट्रार निहारेंदु धर ने कहा कि नये उत्साह से सब कुछ संभव है। इस पहल से भविष्य में भारत दूसरी आर्थिक शक्ति बनेगा। आजकल युवा सरकारी नौकरी चाहते हैं। न केवल सरकार हमें रोजगार देगी, बल्कि हमें स्वयं रोजगार का सहारा लेना होगा, हमें बड़े सपने देखने का अभ्यास करना होगा, सपने देखने से बहुत कुछ हो सकता है, बेरोजगारों के लिए नई सोच की जरूरत है। जब पूरे देश में शिक्षा नीति पूरी तरह से लागू हो जाएगी तो कौशल की बहुत आवश्यकता होगी, समय के साथ कौशल उन्नयन की आवश्यकता है। मुझे यह भी जानने की ज़रूरत है कि समय के साथ अपने कौशल को कैसे अद्यतन करता है, शिलकुड़ी में एनआईवीटी के माध्यम से बराक घाटी के युवाओं के कौशल में सुधार किया जा सकता है, उन्होंने शिलकुड़ी शिविर में एनआईवीटी के माध्यम से कौशल प्रदान करने के लिए चंद्रकांत दास की सराहना की।
विद्या भारती दक्षिण असम प्रांत के मंत्री महेश भागवत ने कहा आज कोचिंग न हो तो विद्यार्थियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आज मोबाइल का महत्व बढ़ गया है। सभी प्रकार के कार्य इंटरनेट के माध्यम से मोबाइल के जरिए किये जाते हैं, ऑनलाइन कक्षाएं दिल्ली मुंबई या भारत के विभिन्न हिस्सों से की जा सकती हैं और नई शिक्षा प्राप्त की जा सकती है। नई शिक्षा नीति लागू होते ही छठी कक्षा से वोकेशनल कोर्स शुरू किए जाएंगे। असम विश्वविद्यालय में यूपीएससी पाठ्यक्रम शुरू होने जा रहा है।
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विद्या भारती दक्षिण असम प्रान्त के मंत्री महेश भागवत ने कहा आज कोचिंग न हो तो विद्यार्थियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आज मोबाइल का महत्व बढ़ गया है। सभी प्रकार के कार्य इंटरनेट के माध्यम से मोबाइल के माध्यम से किये जाते हैं, ऑनलाइन कक्षाएं दिल्ली मुंबई या भारत के विभिन्न हिस्सों से की जा सकती हैं और नई शिक्षा प्राप्त की जा सकती है। नई शिक्षा नीति लागू होते ही छठी कक्षा से वोकेशनल कोर्स शुरू किए जाएंगे। असम विश्वविद्यालय में यूपीएससी पाठ्यक्रम शुरू होने जा रहा है।
कार्यक्रम में असम विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डाॅ. प्रदोष किरण नाथ ने कहा, सुदूरवर्ती क्षेत्र में जो वोकेशनल प्रशिक्षण केंद्र शुरू किया गया है, वह बड़ी बात है, इससे यहां के बच्चों को लाभ मिलेगा। उन्होंने प्रशिक्षण केंद्र के प्रमुख चंद्रकांत दास को बधाई दी। पूरे कार्यक्रम का संचालन अर्पिता वर्धन ने किया। धन्यवाद ज्ञापन एनआईवीटी प्रमुख चंद्रकांत दास ने किया। कार्यक्रम के अंत में 22 छात्रों को एडीसीए का प्रमाणपत्र और एक छात्र को ऑफिस मैनेजमेंट का डिप्लोमा प्रदान किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप जलाकर किया है। एनआईवीटी प्रमुख ने अपने भाषण में मोबाइल ऐप के बारे में विस्तार से बताया।