सोनाई, 10 जून:
सोनाई के कचुदरम ग्राम पंचायत अंतर्गत दूरस्थ दक्षिण मोहानपुर अष्टम खंड के शफीकनगर गांव में अब तक बाढ़ पीड़ित परिवारों को सरकारी राहत सामग्री नहीं मिल पाई है। इसको लेकर गांव के लोगों में गहरा आक्रोश देखा जा रहा है।
स्थानीय निवासियों ने सोमवार को मीडिया के सामने अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए बताया कि यह पक्की सड़क वाला गांव हर साल बाढ़ की चपेट में आकर भारी नुकसान झेलता है। इस वर्ष भी बाढ़ के पानी ने कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया। सरकार की ओर से राहत सामग्री स्वीकृत तो की गई, लेकिन वह गांव तक नहीं पहुंची।
ग्रामीणों का आरोप है कि नियमानुसार गांव के शिक्षक निजाम उद्दीन को यह सामग्री लेकर शफीकनगर के 50 बाढ़ प्रभावित परिवारों में वितरित करनी थी, परंतु उन्होंने ऐसा नहीं किया। इस संबंध में सोनाई सर्कल कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
सड़क और स्वच्छ पेयजल की गंभीर समस्या से जूझ रहे इस गांव के जरूरतमंद परिवारों तक राहत सामग्री न पहुंचने से वे स्वयं को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। ग्रामीणों ने इस मुद्दे पर असम के मुख्यमंत्री, जिला उपायुक्त और स्थानीय विधायक से हस्तक्षेप की मांग की है।
इस दौरान मीडिया के सामने अपनी बात रखने वालों में अब्दुल सुब्हान लस्कर, अब्दुल हन्नान लस्कर, मना मिया लस्कर, शाहिद अहमद बड़भुइयां और मोइबुन नेसा लस्कर प्रमुख रहे। मौके पर सिफुल अहमद लस्कर, इमाम उद्दीन लस्कर, सजुल अहमद लस्कर, रेजाक उद्दीन लस्कर और हुसैन अहमद बड़भुइयां सहित कई अन्य लोग भी मौजूद थे।





















