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गया। राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था ‘शब्दाक्षर’ की त्रैमासिक पत्रिका के अक्टूबर-दिसंबर 2023 अंक का लोकार्पण ‘शब्दाक्षर’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष-सह-पत्रिका के प्रधान संपादक रवि प्रताप सिंह, लोकार्पण विभूति तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष केवल कोठारी, जम्मू कश्मीर के प्रदेश अध्यक्ष संपादक डॉ आदर्श प्रकाश, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह संपादक सत्येन्द्र सिंह ‘सत्य’, कार्यक्रम संचालिका प्रदेश अध्यक्ष तेलंगाना ज्योति नारायण एवं भारत के अनेक राज्यों से जुड़े ‘शब्दाक्षर’ के अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। लोकार्पण समारोह का शुभारंभ डॉ.सुमन सुरभि द्वारा सरस्वती वंदना एवं शिल्पी भटनागर द्वारा शब्दाक्षर गीत की सुमधुर प्रस्तुति से हुआ। प्रधान संपादक रवि प्रताप सिंह ने पत्रिका के संपादन एवं प्रकाशन में संलग्न सभी सहयोगियों के प्रति आभार जताया। लोकार्पण के उपरांत काव्यानुष्ठान सत्र में शायर रवि प्रताप सिंह की ग़ज़ल “गणित लगा कर कभी न देखा, क्या खोया, क्या पाया है, जिसने भी मुस्कान बिखेरी, हँसकर गले लगाया है” पर खूब वाहवाहियाँ लगीं। तमिलनाडु शब्दाक्षर प्रदेश अध्यक्ष केवल कोठारी की “तने, शाख पत्ते अहम पाले मन में, जड़ों से नज़र तक चुराने लगे हैं…कुकुर केसरी को डराने लगे हैं” को भी श्रोताओं ने खूब सराहा। डॉ आदर्श प्रकाश की पंक्तियों को भी सबने पसंद किया। काव्य-सत्र में लोकार्पण अतिथियों के अतिरिक्त कवि कृष्ण कुमार दूबे, विश्वजीत शर्मा सागर, श्यामल मजूमदार, लिंगम चिरंजीव राव, शिल्पी भटनागर, ज्योति नारायण, डॉ.सुमन सुरभि, ईशा गुप्ता, गीता अग्रवाल, विनोद कुमार सिंह, सागर शर्मा आजाद, बिट्टू जैन सना, अनामिका सिंह, अन्नपूर्णा गुप्ता, डॉ स्मृति कुलश्रेष्ठ, अमन शुक्ला, संजय त्रिपाठी, सत्येन्द्र सिंह सत्य, शशिकांत मिश्र, डॉ कनक लता तिवारी व अन्य शब्दाक्षर पदाधिकारी रचनाकारों ने भी अपनी कविताओं का सुमधुर पाठ किया। लोकार्पण सत्र की अध्यक्षता प्रधान सम्पादक रवि प्रताप सिंह ने व संचालन तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष ज्योति नारायण ने किया तथा काव्य सत्र की अध्यक्षता डॉ. आदर्श प्रकाश ने व संचालन राष्ट्रीय साहित्य मंत्री अनामिका सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन शब्दाक्षर महाराष्ट्र की साहित्य मंत्री अन्नपूर्णा गुप्ता ने किया।
‘शब्दाक्षर’ की राष्ट्रीय प्रवक्ता-सह-प्रसारण प्रभारी प्रो. डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने बताया कि ‘शब्दाक्षर त्रैमासिकी’ के अक्टूबर-दिसंबर 2023 अंक में शब्दाक्षर पदाधिकारियों एवं साहित्यकारों की विभिन्न विधाओं में लिखी गयी हिन्दी रचनाओं के साथ शब्दाक्षर द्वारा देश भर में आयोजित किये गये कार्यक्रमों की सुंदर झाँकी है। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण ‘शब्दाक्षर केन्द्रीय पेज’ से किया गया, जिससे अनेक साहित्य-प्रेमी श्रोता व दर्शकों ने जुड़ कर साहित्य का रसपान किया।