शिलचर, शनिवार: मुंबई स्थित ट्री हाउस ग्रुप ऑफ एजुकेशन के संस्थापक और निदेशक राजेश भाटिया ने शनिवार को शिलचर का दौरा किया। इस दौरे के दौरान उन्होंने एक एक्सक्लूसिव शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लिया और शाम 6 बजे पार्क रोड स्थित गांधी भवन में एक विशेष सेमिनार को संबोधित किया। इस कार्यक्रम का मुख्य विषय था—बच्चों का समग्र विकास, जो आज के समय में अभिभावकों और शिक्षकों दोनों के लिए अत्यंत प्रासंगिक विषय बन चुका है।
राजेश भाटिया ने अपने दीर्घ शैक्षिक अनुभव के आधार पर बच्चों के मानसिक, शारीरिक, भावनात्मक और रचनात्मक विकास से जुड़ी कई व्यावहारिक बातें साझा कीं। उन्होंने कहा कि 0 से 8 वर्ष की उम्र बच्चों के जीवन का अत्यंत संवेदनशील और निर्णायक समय होता है, और इस समय सही मार्गदर्शन व देखभाल से उनके भविष्य की मजबूत नींव रखी जा सकती है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रारंभिक शिक्षा केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि उसमें भावनात्मक बुद्धिमत्ता, सामाजिकता, रचनात्मकता, और शारीरिक सक्रियता जैसे पहलुओं का समावेश भी जरूरी है। भाटिया ने यह भी कहा, “सिर्फ स्कूल में पढ़ाई ही काफी नहीं, बच्चों के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताना, कहानियाँ सुनाना और खेल-खेल में सिखाना भी जरूरी है, ताकि सीखना उनके लिए आनंददायक अनुभव बन सके।”
ट्री हाउस प्री-स्कूल की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि यह स्कूल हर बच्चे को उसकी स्वतंत्र पहचान और संभावनाओं के साथ स्वीकार करता है और उसके समग्र विकास की दिशा में कार्य करता है। उन्होंने यह भी कहा कि अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों के मन में स्कूल या शिक्षकों के प्रति भय नहीं, बल्कि सीखने के प्रति जिज्ञासा और उत्साह का भाव उत्पन्न करें।
राजेश भाटिया ने यह स्पष्ट किया कि किसी भी बच्चे के भविष्य के करियर को इतनी कम उम्र में तय करना उचित नहीं। “स्कूल एक व्यवसाय नहीं बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी है,” उन्होंने दोहराया। प्री-स्कूल बच्चों को समाज में घुलना-मिलना, दोस्ती करना और सक्रिय रहना सिखाता है, जो उनके समग्र विकास के लिए बेहद आवश्यक है।
संचार को बच्चों के विकास की कुंजी बताते हुए भाटिया ने कहा कि संवाद के लिए अंग्रेजी भाषा अनिवार्य नहीं है। “बच्चा अगर अपनी मातृभाषा या सहज भाषा में खुद को व्यक्त कर सके, तो वही सबसे प्रभावी संचार होता है।”
भाटिया ने अपने संबोधन में कनेक्टिविटी, तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के महत्व को भी रेखांकित किया। कार्यक्रम में एक इंटरएक्टिव सेशन भी हुआ, जिसमें अभिभावकों ने खुलकर अपने प्रश्न और चिंताएं साझा कीं। भाटिया ने सहानुभूति और समझदारी के साथ सभी सवालों के जवाब दिए और कहा कि शिष्टाचार, सहानुभूति और बच्चों की जिज्ञासा के बीच संतुलन जरूरी है।
कार्यक्रम में ट्री हाउस प्री-स्कूल, शिलचर के प्रमुख विश्वजीत पाल ने स्वागत भाषण दिया। प्री-स्कूल के शिक्षकगण भी इस आयोजन में मौजूद रहे।





















