प्रे.सं.शिलचर, 3 अप्रैल ः ये जिंदगी भी क्या जिंदगी है, कभी हँसाती है तो कभी रुलाती है। आज फिर सभी महर्षियन को रुला दी। दिनांक 30 मार्च 2021 शायं 6 बजे हम सभी को छोड़कर मौसमी मैडम की आत्मा परमात्मा में विलीन हो गयी। वह इस भवसागर में अपने दो बच्चे और पति को छोड़ गयी हैं। मौसमी मैडम कुछ महीने पहले दिल्ली से इलाज करवाकर आयी थी, उनकी दवा चल रही थी। लीवर का इलाज चल रहा था और शुगर की भी समस्या थी। फिर भी वह अपने को विद्यालय के कार्य में व्यस्त रखती थी।
स्वभाव से वह मिलनसार, हँसमुख, शान्त भाव से कार्य करना उनकी विशेषता थी। पिछले पांच साल से वह महिर्ष में कार्यरत थी, वह इतनी जल्दी ईश्वर को प्यारी हो जाएंगी, यह किसी ने सोचा भी नहीं था। 3 अप्रैल 2021 को महर्षि विद्या मंदिर में मौसमी मैडम के लिए एक शोक सभा का आयोजन किया गया, इस सभा में प्रधानाचार्या महोदया ने मौसमी मैडम के स्वभाव और कार्य की प्रशंसा करते हुए बोली की इतनी कम उम्र में वह हम सब को छोड़कर चली जाएँगी, कभी सोचा नहीं था, ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे, वह जहाँ भी रहे प्रसन्न रहें। कई शिक्षिकाओं ने अपना गीत प्रस्तुत कर उन्हें श्रद्धांजली अर्पित की। उनकी आत्मा की शांति के लिए सभी महर्षियन ने ध्यान किया। 2 मिनट के मौन धारण के बाद सभी ने श्रद्धांजली में पुष्प अर्पित किया और अंत में सभा स्थगित कर दी गयी।