प्रे.स. शिलचर, 23 फरवरी: शिलचर नगर निगम द्वारा संपूर्ण शहर का कचरा मेहेरपुर डंपिंग ग्राउंड में इकट्ठा किया जाता है, लेकिन उचित प्रबंधन के अभाव में यह कचरा अब स्थानीय निवासियों के लिए गंभीर स्वास्थ्य संकट का कारण बन रहा है। न्यू डेवलपमेंट रोड से सटे इस डंपिंग ग्राउंड से उठने वाली बदबू और प्रदूषण के कारण वहां रहने वाले लगभग सौ परिवारों को अत्यंत दयनीय परिस्थितियों में जीवन बिताना पड़ रहा है।

स्थानीय निवासियों की बढ़ती परेशानी
क्षेत्र के निवासियों का कहना है कि डंपिंग ग्राउंड में कचरे को ढंग से प्रबंधित न करने के कारण इसका एक बड़ा हिस्सा बहकर पास की नालियों में जमा हो जाता है। इससे नालियों का जल प्रवाह बाधित होता है, और बारिश के मौसम में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जिससे कृत्रिम बाढ़ जैसे हालात बन जाते हैं।
आगजनी से बढ़ रही स्वास्थ्य समस्याएँ
स्थानीय लोगों ने यह भी शिकायत की कि डंपिंग ग्राउंड में कार्यरत कर्मी अक्सर कचरे में आग लगा देते हैं, जिससे जहरीला धुआं उठता है और यह आसपास के घरों तक फैल जाता है। इसका सबसे अधिक प्रभाव बुजुर्गों और महिलाओं पर पड़ रहा है, जिनमें हृदय रोग और सांस संबंधी समस्याएँ बढ़ रही हैं।
प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की माँग
न्यू डेवलपमेंट रोड के निवासी इस संकट से राहत पाने के लिए प्रशासन से तुरंत ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए स्थानीय नागरिक जैसे युथिका देव, शिवानी दास, डॉली दत्ता, नियति सूत्रधार, सुमन तपा, ब्यूटी दत्ता, अबुल हुसैन बड़भूइया, नित्यानंद गौड़, अभिजीत देव, सत्यरंजन देव, रूपाली देव, अहद हुसैन बड़भूइया, रानू सूत्रधार सहित अन्य लोगों ने कछार जिले के उपायुक्त मृदुल यादव और शिलचर के विधायक दीपायन चक्रवर्ती से इस समस्या के समाधान के लिए त्वरित कार्रवाई करने की अपील की है।
यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो यह स्वास्थ्य संकट और भी गंभीर रूप ले सकता है। स्थानीय नागरिकों को अब प्रशासन से ठोस कदम उठाने की उम्मीद है ताकि वे एक स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण में जीवन यापन कर सकें।





















