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शिलचर गौशाला में गो भक्तों की बैठक, गौ सेवा व संरक्षण हेतु राष्ट्रीय स्तर पर अभियान में सहयोग पर चर्चा
विशेष प्रतिनिधि, शिलचर | 16 नवंबर:
शिलचर गौशाला में शनिवार को गो भक्तों और गोसेवकों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई, जिसमें देशभर में गौ सेवा, गौ रक्षा और गौ सम्मान को लेकर देश में चल रहे व्यापक राष्ट्रीय अभियान में सहयोग करने का निर्णय लिया गया। बैठक में राजस्थान और मध्य प्रदेश से आए दो गोभक्तों के आह्वान पर उपस्थित गोसेवकों और स्थानीय प्रतिनिधियों ने यह स्पष्ट किया कि यह अभियान किसी संस्था, संगठन या राजनीतिक दल के बैनर तले नहीं, बल्कि गौमाता के संरक्षण और नंदी बाबा की अध्यक्षता में पूर्णत: जन-अभियान के रूप में संचालित होगा।
बैठक में उपस्थित गोभक्तों ने एक स्वर में कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य गौमाता को ‘राष्ट्रमाता’ का दर्जा दिलाना, देशभर में गोहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लागू करवाना और गौवंश संरक्षण हेतु मजबूत सरकारी नीतियाँ बनवाना है। संतों ने केन्द्र सरकार से मांग की कि गौ रक्षा के लिए एक केंद्रीय कानून बनाया जाए, गोहत्या व गोतस्करी में संलिप्त अपराधियों को आजीवन कारावास का प्रावधान हो तथा जब्त वाहनों का उपयोग गोशालाओं के हित में किया जाए।
इसके अलावा गोबर और गोमूत्र पर आधारित अनुसंधान विश्वविद्यालयों की स्थापना, पंचगव्य आधारित औषधियों का आयुर्वेदिक चिकित्सालयों में निःशुल्क वितरण, सरकारी भवनों में गोबर पेंट और गौनाइल के उपयोग को बढ़ावा देने जैसी महत्वपूर्ण मांगें भी रखी गईं। गौशालाओं को मनरेगा से जोड़ने, बिजली बिल में छूट देने और निराश्रित गौवंश के लिए चारे की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने की भी अपील की गई।
अभियान की कार्ययोजना घोषित
गोभक्तों ने घोषणा की कि जनवरी से मार्च 2026 तक देशभर में व्यापक जनजागरण चलाया जाएगा।
इसके बाद 27 अप्रैल 2026 को देशभर के तहसीलों और जिलों में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपे जाएंगे। यदि अपेक्षित प्रतिक्रिया नहीं मिली, तो जुलाई और अक्टूबर 2026 में यह प्रक्रिया पुनः दोहराई जाएगी।
अभियान की पराकाष्ठा के रूप में 27 फरवरी 2027 को देश के 800 जिलों और 5000 तहसीलों से संत और गोभक्त दिल्ली में एकत्र होकर शांतिपूर्ण संकीर्तन करेंगे, जो 15 अगस्त 2027 तक चलेगा। पूरा अभियान पूर्णतः अहिंसक रहेगा, जिसमें संकीर्तन, प्रार्थना और जनजागरण के माध्यम से संदेश दिया जाएगा। अभियान का प्रतीक केवल नंदी महाराज और गौमाता का चित्र होगा।
बैठक में शामिल प्रमुख व्यक्तित्व
बैठक में राजस्थान और मध्य प्रदेश से आए दो गोभक्तों के साथ शिलचर गौशाला के महासचिव राजेश गुलगुलिया, वरिष्ठ कार्यकर्ता हनुमान जैन, वरिष्ठ अधिवक्ता शांतनु नायक, गिरिजा शंकर अग्रवाल, पत्रकार दिलीप कुमार, किशन लाल राठी, घनश्याम तापड़िया, जयंत पाल और मधु दत्त सहित अनेक गोसेवक उपस्थित थे।





















