शिलचर, 3 जुलाई: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गौरव गोगोई को बराक घाटी में प्रवेश से रोकने की ‘आकसा’ संगठन की घोषणा पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए शिलचर ज़िला कांग्रेस ने इसे “हास्यास्पद” बताया है। गुरुवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में ज़िला कांग्रेस अध्यक्ष अभिजीत पाल ने रूपम नंदी पुरकायस्थ की भूमिका पर कई सवाल खड़े किए और उनके इरादों को ‘सस्ती राजनीति’ करार दिया।
अभिजीत पाल ने कहा कि एक समय बराक घाटी के छात्र हितों के लिए गठित हुई ‘आकसा’ संस्था अब केवल नाम मात्र की रह गई है और उसका छात्रों से कोई वास्तविक संबंध नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि रूपम नंदी आकसा के नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं और संगठन को एक ‘साइनबोर्ड’ में तब्दील कर निजी प्रचार और सत्तारूढ़ दल में अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि कुछ नाबालिग बच्चों को साथ लेकर रूपम नंदी संगठन की गरिमा को ठेस पहुँचा रहे हैं। उन्होंने रूपम को चेतावनी देते हुए कहा कि सस्ती लोकप्रियता की राजनीति छोड़कर छात्र-समाज और बराक घाटी के विकास के लिए सकारात्मक कार्य करें।
प्रदेश अध्यक्ष गौरव गोगोई पर लगाए गए ‘प्रतिबंध’ को लेकर उन्होंने चुनौती दी कि “गौरव गोगोई को तो छोड़िए, अगर दम है तो कांग्रेस के एक साधारण कार्यकर्ता को रोक कर दिखाएं।” अभिजीत पाल ने रूपम नंदी को एक “क्षुद्र सदस्य” बताते हुए कहा कि कांग्रेस में ऐसे लाखों समर्पित कार्यकर्ता हैं।
अंत में ज़िला अध्यक्ष ने रूपम नंदी से अपील की कि वह व्यक्तिगत प्रचार से ऊपर उठकर बराक घाटी और छात्रों के वास्तविक हित में कार्य करें, वरना जनता उन्हें उचित जवाब देगी।





















