शिलचर के गुरूचरण कॉलेज (जीसी कॉलेज) परिसर में स्थित दशकों पुराना ऐतिहासिक कटहल का पेड़ मंगलवार सुबह आंधी-बारिश के दौरान पूरी तरह गिर गया। सौभाग्यवश, इस हादसे में कॉलेज के प्रोफेसर चंदन पाल चौधुरी बाल-बाल बच गए। पेड़ का मुख्य हिस्सा उनके और एक अन्य शिक्षक की कार पर गिरा, लेकिन किसी प्रकार की जानमाल की क्षति नहीं हुई।
गौरतलब है कि इसी पेड़ की एक बड़ी डाली 29 अप्रैल की रात अचानक गिर गई थी। इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने इसे लेकर गंभीर चिंता जताई थी और पेड़ के संरक्षण के लिए कदम उठाने शुरू किए थे। कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग ने पेड़ की सेहत को लेकर अध्ययन भी शुरू कर दिया था।
प्राथमिक जांच में संदेह है कि किसी विशेष प्रकार के कीड़े या संक्रमण ने पेड़ को अंदर से खोखला कर दिया था, जिससे इसकी जड़ें कमजोर हो गईं। हालांकि, कॉलेज प्रशासन ने मामले की पूरी जानकारी वन विभाग को दी थी और सलाह भी ली जा रही थी।
यह पेड़ न केवल कॉलेज की प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक था, बल्कि इससे जुड़ी थीं कई पीढ़ियों की भावनाएं और यादें। छात्र-छात्राएं, शिक्षक और पूर्ववर्ती शिक्षक इस पेड़ के नीचे अनगिनत स्मृतियों के साक्षी रहे हैं। पेड़ के अचानक गिर जाने से कॉलेज परिसर में एक शून्यता-सी छा गई है।
कॉलेज प्रशासन अब इस स्थान पर स्मृति-चिन्ह लगाने और पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता अभियान चलाने की योजना बना रहा है, ताकि भविष्य में ऐसे ऐतिहासिक वृक्षों की रक्षा समय रहते की जा सके।





















