शिलचर, 25 जुलाई: शिलचर के एक निजी अस्पताल में दो सिर वाले एक दुर्लभ नवजात शिशु का जन्म हुआ है। यह बच्चा काछार जिले के धोलाई विधानसभा क्षेत्र के एक मजदूर मक़बूल हुसैन चौधरी का पुत्र है। जन्म के तुरंत बाद डॉक्टरों ने उसे बेहतर इलाज के लिए गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (GMCH) भेजने की सलाह दी।
धोलाई के विधायक निहार रंजन दास ने पीड़ित परिवार को थोड़ी आर्थिक मदद दी, जिससे मक़बूल बीते 3 दिन पहले शिशु को लेकर गुवाहाटी पहुंचे और GMCH में भर्ती कराया। 24 जुलाई को बच्चे का MRI निर्धारित था, लेकिन दुर्भाग्यवश अस्पताल में बच्चों के लिए इस्तेमाल होने वाली MRI मशीन का ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम खराब निकला।
इस कारण न तो MRI हो पाया, न ही इलाज की दिशा तय हो सकी। अब अस्पताल प्रशासन ने परिवार को 21 अगस्त को पुनः आने की सलाह दी है। लगातार इलाज में देरी और अस्पताल की लापरवाही से मक़बूल बेहद चिंतित हैं। उन्होंने इस मुद्दे की जानकारी मीडिया को दी और असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा शर्मा से भी फोन के माध्यम से हस्तक्षेप की अपील की है।
अब सवाल उठता है — राज्य के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान में ऐसे नाजुक समय में MRI जैसी जरूरी मशीन में तकनीकी खराबी कैसे हो सकती है? क्या गरीबों के लिए इलाज इतनी दूर की बात बन चुकी है?





















