शिलचर,9 अगस्त: — “स्वच्छता ही स्वतंत्रता” की राष्ट्रीय थीम को केंद्र में रखते हुए, शुक्रवार को शिलचर नगर निगम एवं सृष्टि वेस्ट मैनेजमेंट टीम के संयुक्त तत्वावधान में विशेष स्वच्छता अभियान आयोजित किया गया। स्वतंत्रता दिवस के पूर्व इस अभियान का उद्देश्य था – सरकारी एवं सार्वजनिक उपयोग के महत्वपूर्ण भवनों की सफाई कर नागरिकों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
यह विशेष अभियान जिला आयुक्त कार्यालय (डी.सी. ऑफिस), गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल, जिला जनसंपर्क विभाग, न्यायालय परिसर, जिला निर्वाचन कार्यालय, वन विभाग (डीएफओ ऑफिस) एवं जिला परिषद सहित कई प्रमुख सरकारी प्रतिष्ठानों में चलाया गया। सभी स्थानों पर व्यवस्थित तरीके से सफाई कार्य संपन्न हुआ और अधिकारियों-कर्मचारियों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।
अभियान में शिलचर नगर निगम एवं सृष्टि वेस्ट मैनेजमेंट के कर्मचारी, उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक के 10 स्वयंसेवक, ए.एल.एफ. (मा जननी समाज सेवा) के 80 सदस्य, साथ ही नीलाम्बरी, मा दुर्गा, साक्षी स्वनिर्भर समूह एवं पद्मनगर विकास समिति जैसी संस्थाओं के प्रतिनिधि सक्रिय रूप से शामिल हुए। समाजसेवी राजीव कुमार समेत कई जागरूक नागरिकों ने भी स्वेच्छा से भाग लिया।
नगर निगम की आयुक्त, श्रीमती सृष्टि सिंह (IAS) ने प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा,
“सरकारी विभागों में स्वच्छता केवल बाहरी सौंदर्य का विषय नहीं है, यह प्रशासन की अनुशासनप्रियता और जिम्मेदारी का प्रतीक है। ऐसे अभियान सिर्फ एक दिन की सफाई तक सीमित न रहकर लोगों की आदत और संस्कृति का हिस्सा बनने चाहिए।”
अभियान के दौरान केवल सफाई ही नहीं, बल्कि कार्यालय कर्मचारियों में स्थायी स्वच्छता चेतना विकसित करने पर भी विशेष बल दिया गया। प्रत्येक कार्यालय में “स्वच्छता ही स्वतंत्रता” का स्लोगन लिखित बैनर लगाया गया, जो इस पहल का मुख्य संदेश था।
नगर निगम सूत्रों के अनुसार, इस पहल के अंतर्गत भविष्य में अन्य वार्डों और संस्थानों में भी नियमित रूप से ऐसे अभियान चलाने की योजना है, ताकि पूरे शहर में स्थायी स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।
जनता की प्रतिक्रिया उत्साहजनक रही। कई लोगों ने साफ-सुथरा कार्यालय देखकर संतोष व्यक्त किया और नगर निगम के इस प्रयास की सराहना की। प्रशासन का मानना है कि इस अभियान से नागरिकों में जिम्मेदारी का भाव जागा है, जो आगे चलकर दीर्घकालिक जागरूकता में परिवर्तित होगा।
इस अभियान ने साबित किया कि स्वच्छता केवल एक दिन का कार्य नहीं, बल्कि यह एक आदत और जिम्मेदारी है। जब प्रशासन और नागरिक समाज मिलकर आगे बढ़ते हैं, तो स्वच्छता वास्तव में स्वतंत्रता का प्रतीक बन जाती है।





















