शिवकुमार शिलचर 28 जून,विगत सोमवार को शिलचर कटहल रोड स्थित महर्षि बिद्यमंदिर में महर्षि महेश योगी चेतना समृद्धि शिक्षा प्रणाली पर तीन दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला सोमवार को शुरू हुई। सर्व प्रथम गुरु पूजा के माध्यम से कार्यक्रम की शुरुआत किया गया।कार्यक्रम की शुरुआत महर्षि विद्यामंदिर सिलचर की प्रिंसिपल समिता दत्ता और करीमगंज महर्षि विद्यामंदिर के प्रिंसिपल प्रदीप दास ने द्वीप प्रज्ज्वलित कर की। कार्यक्रम के शुरू में संगीत शिक्षिका बेबी सेन द्वारा भजन प्रस्तुत किया गया उसके बाद अध्यक्ष समिता दत्त ने अपने स्वागत भाषण देते हुए कहा की,यह तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला महर्षि जी के चेतना समृद्धि शिक्षा को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा।हाल ही में सीबीएसई के अनुसार प्रत्येक स्कूल शिक्षक को 50 घंटे की ट्रेनिंग से गुजरना होगा। इसमें से 25 घंटे अपने संस्थान में और शेष 25 घंटे किसी अन्य बाहरी संस्थान से लेने होंगे। इसी क्रम में केंद्रीय कार्यालय के निर्देशानुसार तीन दिवसीय 25 घंटे की यह प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गयी है।
प्रशिक्षण के बाद प्रत्येक प्रशिक्षु को स्कूल द्वारा एक प्रमाण पत्र दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के माध्यम से एक शिक्षक सीख सकता है कि छात्रों को रणनीतिक तरीके से कैसे पढ़ाया जाए। व उचित प्रशिक्षण से यह जानना संभव है कि कक्षा को सुचारू रूप से कैसे चलाया जाए।अब केंद्र सरकार पुराने पाठ्यक्रम को बदलकर नए पाठ्यक्रम ला रही है और इसके लिए प्रशिक्षण बहुत महत्वपूर्ण है।उन्होंने महर्षि जी की चेतना संवर्धन शिक्षा प्रणाली के बारे में बात करते हुए कहा कि अच्छी शिक्षा के लिए सभी को दिन में दो बार ध्यान करना चाहिए।ध्यान अध्ययन के क्षेत्र में शिक्षकों और छात्रों की एकाग्रता बढ़ाने का तरीका है।मनोज सोम अपने विचार प्रगट करते हुए कहा की, आज की व्यस्त जीवनशैली हममें से प्रत्येक के लिए बहुत तनाव का कारण बन रही है। अकेलापन हमारे जीवन पर हावी हो रहा है, इससे छुटकारा पाने का रास्ता महर्षि जी की चेतना समृद्ध सटीक शिक्षा है। आज भारत की प्राचीन शिक्षा प्रणाली का पूरे विश्व में सम्मान किया जा रहा है। और महर्षि की समृद्धि शिक्षा व्यवस्था उसी प्रणाली को अनुसरण करते हुए बनाया गया है। इस दिन सभी प्रशिक्षार्थी एक साथइस दिन प्रशिक्षुओं ने मिलकर महर्षि जी के विचारों पर मनन किया।इस कार्यशाला में महर्षि विद्या मंदिर सिलचर के 66 प्रशिक्षु और करीमगंज के 14 प्रशिक्षुओं ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की शिक्षिका सुपर्णा दास एवं अर्घराज भट्टाचार्य ने संगीत प्रस्तुत किया। धन्यवाद ज्ञापन शिक्षिका शताखी भट्टाचार्य ने किया. कार्यक्रम की संचालन शिक्षिका बिजिता दे पुरकायस्थ ने की और पहले दिन के कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।