शिलचर, 19 मई 2025:
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी शिलचर के अंबिकापट्टी स्थित प्रतिष्ठित बंगाली फॉरवर्ड क्लब के तत्वावधान में 64वां “19 मई भाषा शहीद दिवस” श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया। यह दिवस उन 11 बंगालियों की स्मृति में मनाया जाता है जिन्होंने 1961 में असम में बंगाली भाषा की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी।
इस अवसर पर अंबिकापट्टी स्थित शहीद वेदी पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में क्लब के मुख्य सलाहकार, लेखक एवं नेताजी सुभाषचंद्र बोस के शोधकर्ता निहाररंजन पाल, अध्यक्ष सिद्धार्थ बनिक, सचिव मनोतोष पाल, कोषाध्यक्ष बीरेन्द्र जैन, सांस्कृतिक सचिव जयदीप राय बर्मन, कार्यकारी सदस्य सुजीत देव, विकास देव, विप्लव देव, सोमा देव, मयूर गुप्ता, रूपाली दास, अभिषेक देव, बीथिका देव सहित अन्य सदस्यों ने भाग लिया।
मुख्य सलाहकार निहाररंजन पाल ने अपने वक्तव्य में कहा, “19 मई को बंगाली भाषा के लिए दिया गया रक्त बलिदान, हमारी भाषा आंदोलन के इतिहास का एक भुला दिया गया लेकिन अत्यंत महत्वपूर्ण अध्याय है। मातृभाषा के सम्मान की रक्षा के लिए बंगालियों ने कभी समझौता नहीं किया। ज़रूरत पड़ी तो अपनी जान देने से भी पीछे नहीं हटे। असम, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल में आज भी 19 मई को ‘भाषा शहीद दिवस’ के रूप में श्रद्धापूर्वक मनाया जाता है।”
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित जनों ने भाषा शहीदों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और मातृभाषा की रक्षा और संवर्धन के प्रति संकल्प लिया।




















