प्रे.स. शिलचर, 17 नवंबर : शिलचर मेडिकल कॉलेज के मुर्दाघर के बाहर शनिवार सुबह हिंसा और भारी तनाव का माहौल देखने को मिला। कुकी समुदाय और पुलिस के बीच हुई झड़प ने इलाके में सनसनी फैला दी। मामला तब शुरू हुआ जब कुकी समुदाय के लोग दस बंदूकधारी कुकी मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद ले जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने इन्हें रोकने का प्रयास किया। पुलिस की रोक-टोक से नाराज भीड़ ने अपना आक्रोश जाहिर करते हुए पथराव करना शुरू कर दिया। इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। हालात इतने बिगड़ गए कि मौके पर मौजूद पुलिस बल को स्थिति संभालने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। तनावपूर्ण स्थिति की सूचना मिलते ही काछार के पुलिस अधीक्षक नुमुल महतो और डीआईजी कंकनज्योति सैकिया भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत स्थिति का जायजा लिया और आक्रोशित भीड़ को शांत करने का प्रयास किया। लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद स्थिति पर काबू पाया गया। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है। कुकी समुदाय का आरोप है कि पुलिस उनके धार्मिक और सामाजिक अधिकारों का हनन कर रही है। वहीं पुलिस का कहना है कि शवों को बिना कानूनन अनुमति के ले जाने की कोशिश की जा रही थी, जो कि सुरक्षा दृष्टिकोण से गलत है। घटना के बाद से मेडिकल कॉलेज के आसपास भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि आने वाले दिनों में स्थिति शांतिपूर्ण बनी रहे। इस हिंसक झड़प से स्थानीय लोग भी दहशत में हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, हमने ऐसा तनाव पहले कभी नहीं देखा। चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई थी। सूत्रों के अनुसार, ये दस कुकी मृतक हाल ही में मणिपुर हिंसा के दौरान मारे गए थे। शवों को शिलचर लाया गया था, लेकिन उनके अंतिम संस्कार को लेकर विवाद चल रहा है।घटना ने न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं, बल्कि प्रशासन के सामने चुनौती खड़ी कर दी है कि कैसे कुकी और अन्य समुदायों के बीच विश्वास बहाल किया जाए। घटना के बाद से इलाके में शांति बनी हुई है, लेकिन प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं।




















