प्रे.स. शिलचर, 13 मार्च: क्षेत्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, शिलचर में राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार एवं केंद्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली के निर्देशानुसार एक दिवसीय ऑनलाइन हिन्दी कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में श्री संतोष कुमार चतुर्वेदी, सहायक प्राध्यापक, जगन्नाथ सिंह महाविद्यालय, उदारबंद (कछार) को आमंत्रित किया गया। उन्होंने कार्यालयों में हिंदी के प्रभावी प्रयोग, पत्राचार की तकनीकों और विशिष्ट शब्दावली के उपयोग पर विस्तृत व्याख्यान दिया। साथ ही, उन्होंने हिंदी को सरकारी कार्यों में अधिक व्यवहारिक बनाने के लिए अपने अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. मोहम्मद अख़्तर हुसैन जमाली, प्रभारी, यूनानी चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, शिलचर द्वारा किया गया। उन्होंने अपने संबोधन में राजभाषा हिन्दी के महत्व और कार्यालयों में इसके अधिकतम उपयोग को प्रोत्साहित करने पर बल दिया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. अब्दुल्लाह, हिन्दी अधिकारी एवं अनुसंधान अधिकारी, क्षेत्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, शिलचर ने किया, जबकि स्वागत भाषण डॉ. नाजिम हुसैन, अनुसंधान अधिकारी, क्षेत्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, शिलचर ने दिया।
इस कार्यशाला में डॉ. एल. श्रीनिवास, डॉ. उजमा सिद्दीकी, डॉ. फातिमा अंजुम, डॉ. अब्दुल अलीम सहित संस्थान के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस कार्यशाला का उद्देश्य कार्यालयों में हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देना और इसे अधिक प्रभावी एवं व्यावहारिक बनाना था।





















