प्रे.स. शिलचर, 22 फरवरी: शिलचर-लामडिंग ब्रॉडगेज रूपायन संघर्ष समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज शिलचर रेलवे स्टेशन के सुपरिटेंडेंट से मुलाकात कर केंद्रीय रेल मंत्री और उत्तर पूर्व रेलवे के जनरल मैनेजर (ओपन लाइन) के नाम ज्ञापन सौंपा।
इस अवसर पर समिति के प्रमुख संयोजक प्रो. अजय राय, कार्यकारी समिति के सदस्य मोलय भट्टाचार्य, दीपंकर चंद, प्रवीर राय चौधरी, चंपा लाल दास, सरल पाल, नकुल रंजन पाल, हिल्लोल भट्टाचार्य, राहुल देव, स्वपन चौधरी सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
प्रो. अजय राय ने बताया कि चंद्रनाथपुर-लोंगका द्वितीय रेलवे लाइन के निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की देरी न हो, इसके लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने हेतु 15 फरवरी को शिलचर के गांधी भवन में त्रिपुरा और मणिपुर के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में एक जनसभा आयोजित की गई थी। उसी के निर्णय के आधार पर आज रेल मंत्री और जनरल मैनेजर (ओपन लाइन) को ज्ञापन सौंपा गया। उन्होंने कहा कि यह अब सिर्फ एक मांग नहीं, बल्कि बराक घाटी की जनभावना बन चुकी है। बरसात के दौरान बराक घाटी सहित मिजोरम, मणिपुर और त्रिपुरा के यात्रियों को पहाड़ी रेल मार्ग से यात्रा करना बेहद कठिन हो जाता है। ऐसे में चंद्रनाथपुर-लोंगका द्वितीय रेल लाइन ही इस समस्या का स्थायी समाधान है।
इस दौरान मोलय भट्टाचार्य ने शिलचर रेलवे स्टेशन की जर्जर बुनियादी सुविधाओं पर चिंता जताते हुए स्टेशन सुपरिटेंडेंट से इसके सुधार की मांग की। उन्होंने बताया कि स्टेशन की लिफ्ट लंबे समय से खराब पड़ी है और इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड भी काम नहीं कर रहा।
वहीं, प्रवीर राय चौधरी ने कहा कि अन्नपूर्णा घाट की ओर रेलवे पुलिस कार्यालय के सामने स्थित गेट को कभी-कभी बंद कर दिया जाता है, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी होती है। कई बार यात्रियों को स्टेशन में प्रवेश करने के लिए वैकल्पिक गेट से होकर जाना पड़ता है, जिससे उन्हें तरापुर क्षेत्र में भीषण जाम का सामना करना पड़ता है। उन्होंने यात्रियों की सुविधा के लिए दोनों गेट खुले रखने की मांग की।
स्टेशन सुपरिटेंडेंट ने ज्ञापन को शीघ्र ही रेल मंत्री और अन्य अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। साथ ही, उन्होंने शिलचर रेलवे स्टेशन की बुनियादी सुविधाओं में सुधार करने और दोनों गेट खुले रखने के संबंध में आवश्यक कदम उठाने का भरोसा दिलाया।





















